नई दिल्ली- देश ऐसे बुरे दिन दशकों बाद देख रहा है। डीजल- पेट्रोल , रसोई गैस के बढे दाम जहां हाहाकार मचा रहे हैं वहीं अब कोयला भी लाल होने लगा है और देश में बिजली संकट गंभीर रूप धारण कर सकता है। सरकार बार -बार दावा कर रही है कि कोयले की कोई कमी नहीं है। ऐसे ही दावे कॉरोनकाल के दुसरे चरण में आक्सीजन के लिए किये जा रहे थे लेकिन हाल क्या हुआ देश के लाखों लोग जानते हैं।
अब कोयले को लेकर ऐसे ही दावे किये जा रहे हैं लेकिन जानकारी मिल रही है कि तीन राज्यों में 20 थर्मल पवार स्टेशन बंद हो चुके हैं। पंजाब में तीन, केरल में चार और महाराष्ट्र में 13 थर्मल पावर स्टेशन बंद हो चुके हैं। सभी कोयले की कमी के कारण बंद हुए हैं। संभावित बिजली संकट के डर से, कर्नाटक और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र से अपने राज्यों में कोयले की आपूर्ति बढ़ाने का अनुरोध किया है।
सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, देश थर्मल प्लांटों में कोयले के भंडार की अभूतपूर्व कमी का सामना कर रहा है, जिससे बिजली संकट पैदा हो सकता है। कोयले के संकट को लेकर सोशल मीडिया पर दो दिनों से क्या चल रहा है पढ़ें
कोयला संकट तो बहाना है क्योंकि सबसे बड़े कोयले व्यापारी अडानी को देश की बिजली देने की तैयारी है।
— पवित्र_पापी (@PaviTra_PaPi__) October 11, 2021
किसानों की लड़ाई को समझो, वो दिन दूर नही जब अडानी अम्बानी के हाथों में होगा अनाज तो कोयले की तरह एक-एक दाने को तरसते रहोगे।#किसानआंदोलन pic.twitter.com/pZYoPharsi
अडानी दुनिया के सबसे बड़े कोयला व्यापारी बने और कोयला खत्म ... अड़ानी सबसे बड़े सोलर पावर उत्पादक बन रहे है, और बिजली ख़त्म अब भारत सरकार मनचाहे रेट पर कोयला खरीदे तब बत्ती जलेगी.
— Naresh Jain (@naresh_iyc) October 10, 2021
ये निजीकरण के फायदे हैं। 😡👎
कोयला संकट तो बहाना है क्योंकि सबसे बड़े कोयले व्यापारी अडानी को देश की बिजली देने की तैयारी है।
— Govindpal Singh Deval Gajapura (@GovindpalG) October 10, 2021
किसानों की लड़ाई को समझो,वो दिन दूर नही जब अडानी अम्बानी के हाथों में होगा अनाज तो कोयले की तरह एक-एक दाने को तरसते रहोगे।@_PParashar @INCRajasthan @KumariRukshmani @Drsamarjitsingh pic.twitter.com/Hb0N5cI5po
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