फरीदाबाद - भाजपा के बस भरुआ कार्यकर्ता शायद बहुत नादान हैं। वो समझ नहीं पा रहे हैं कि उनके साथ कहीं कुछ गलत होने पर उनकी पार्टी उनका साथ क्यू नहीं देती। उनकी पार्टी के बड़े नेता उनसे पीछा क्यू छुड़ा लेते हैं। दो दिन में दो ऐसे मामले आये जिसमे भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द जाहिर किया। बड़खल के मामले में भाजपा कार्यकर्ता ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा के कामकाज पर उंगली उठाई। अन्य नेताओं पर भी सवाल दागा।
अब बल्लबगढ़ से एक स्क्रीन शॉट वाइरल हो रहा है जिसमे लिखा गया है कि वार्ड 35 के पार्षद कपिल डागर के साथ हाल में हुए मामले में किसी विधायक मंत्री का साथ नहीं मिला। आपको बता दें कि कपिल डागर के साथ OYO वालों का लफड़ा हुआ था और वो क्षेत्र के लोगों के साथ पुलिस कमिश्नर दफ्तर पहुंचे थे जब जाकर आरोपी के खिलाफ मामला कल रात्रि में दर्ज हुआ। उनके साथ पार्टी का कोई भी पार्षद नहीं दिखा। पढ़ें वायरल पोस्ट में क्या लिखा गया है।
राजनीति के जानकारों का कहना है कि जाके पैर न फटी बिवाई, वो क्या जाने पीर पराई या हींग लगे न फिटकरी, रंग भी चोखा हो जाए। जानकारों का कहना है कि बड़े नेता अपने कार्यकर्ताओं का साथ इसलिए नहीं देते हैं क्यू कि वो मोदी -मोदी कर अधिक मतों से चुनाव जीत रहे हैं। इसलिए उन्हें कार्यकर्ताओं का दर्द नहीं दिख रहा है। जानकारों का कहना है कि कोई भी हवा एकतरफा आजीवन नहीं चलती। जब हवा का रुख बदलेगा तब भाजपा का नुक्सान हो सकता है क्यू कि कार्यकर्ता किसी भी पार्टी की नींव होते हैं और जब नींव कमजोर होने लगे तो बड़ी से बड़ी इमारत ध्वश्त हो जाती है।
कुछ वर्षों से तमाम ऐसे मामले देखे गए जब भाजपा के बड़े नेताओं ने मुसीबत के समय अपने अच्छे से अच्छे कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर दिया। वही सिलसिला अब भी जारी है।
Post A Comment:
0 comments: