नई दिल्ली- डेढ़ महीने से किसान आंदोलन चल रहा है ,आज भी किसानों और सरकार में बात नहीं बनी। विपक्षी नेताओं की मानें तो अब तक 60 से ज्यादा किसानों की आंदोलन के दौरान मौत हो गई है। अगली बातचीत अब 15 जनवरी को होगी। पहले किसानों की मांग थी कि एमएसपी की गारंटी सरकार लिखित में दे और सरकार इस पर राजी भी हो गई। अब किसान नेताओं का कहना है कि तीनों क़ानून वापस लिए जाएँ। सरकार इस पर राजी नहीं है। शायद कारण ये है कि अगर सरकार तीनों क़ानून वापस लेती है तो 370, तीन तलाक और नागरिकता संसोधन क़ानून भी वापस लेने के लिए लोग सड़कों पर बैठ जायेंगे।
अब किसान नेताओं पर सवाल उठने लगे हैं। कहा जा रहा है कि किसान नेताओं को कुछ राजनीतिक पार्टियों ने हैक कर लिया है और किसान नेता वही बोल रहे हैं जो उनसे बुलवाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर कई भाजपा नेताओं के बयान आये हैं जो कह रहे हैं कि टुकड़े गैंग, वामपंथी और कांग्रेस ने इस आंदोलन को हैक किया है। शाहीन बाग़ वाला खेल खेला जा रहा है और किसानों के कंधे पर बन्दूक रख केंद्र सर्कार को निशाना बनाया जा रहा है। कई किसान नेताओं की पोल भी खुलने लगी है। इनके चक्कर में असली किसान नेता बदनाम हो रहे हैं। कुछ किसान नेताओं का कहना है कि आंदोलन 2024 तक चलेगा। न जानें जिद और राजनीती कितने किसानों की जान लेगी। सर्कार झुकी थी, बात मान लेगी चाहिए थी लेकिन राजनीति ने ऐसा नहीं होने दिया।
Post A Comment:
0 comments: