फरीदाबाद- जिले के तमाम भाजपा कार्यकर्ता आजकल अपनी पार्टी के बड़े नेताओं से दुखी हैं। नाम न छापने की शर्त पर कुछ कार्यकर्ताओं ने बताया कि अब चाहते हुए भी हम अपने बड़े नेताओं से नहीं मिल पाते। उनके दफ्तरों पर प्रॉपर्टी डीलरों और भूमाफियाओं का कब्जा हो गया है ,हमारे नेता भूमाफियाओं और प्रॉपर्टी डीलरों को ही भाव दे रहे हैं या अन्य दो नम्बरियों को भाव दे रहे हैं। हम किसी बड़े काम से भी जाएँ तो निराश होकर लौटना पड़ रहा है।
भाजपा नेताओं की बात करें तो सोशल मीडिया पर आज समाजसेवी वरुण श्योकंद ने एक ट्वीट किया है और लिखा है कि कृपया निकिता बिटिया कि निर्मम हत्या के मामले पर भी ध्यान दीजिए,आज65 दिन हो गए,न तो उनके घर वालों को कोई आर्थिक मदद की गई और न कोई सरकारी नौकरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री,मंत्रियों व विधायकों के आश्वासन के बाद भी।आर्थिक स्थिति कमजोर है परिवार की। वरुण ने पीएम, सीएम, सीपी, डीसी को ये ट्वीट टैग भी किया है।
आपको बता दें कि फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में 26 अक्टूबर को अग्रवाल कॉलेज से परीक्षा देकर अपनी सहेली के साथ घर लौट रही छात्रा निकिता तोमर की कॉलेज के गेट के बाहर मुख्य आरोपी तौसिफ ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात को अंजाम देने में उसका साथी रेहान भी शामिल था। दोनों आरोपी वारदात को अंजाम देकर कार से फरार हो गए थे। घटना की सूचना मिलने पर थाना शहर बल्लभगढ़ में हत्या व आर्म्स एक्ट की धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने इस हत्याकांड में तौसिफ और रेहान सहित सभी को दबोच लिया। पुलिस ने अपना काम जल्द कर दिया। मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहा है और जल्द हत्यारे सजा भी पा सकते हैं।
इस हत्याकांड के बाद तमाम भाजपा नेता निकिता के घर आंसूं बहाने गए थे। बरोदा उप-चुनाव में भाजपा ने इस हत्याकांड का फायदा भी उठाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। किसी ने अब तक पीड़ित परिवार की एक रूपये की मदद नहीं की। इसी जिले के सुनपेड़ काण्ड और जुनैद काण्ड में पीड़ित परिवारों की लाखों की मदद भाजपा सरकार के दौरान हुई लेकिन? समझदार हैं तो समझ सकते हैं।
आपको बता दें कि 2020 की सबसे बड़ी वारदात इस हत्याकांड को कहा जाता है और कहा जाता है कि धर्म बचाने के लिए निकिता शहीद हो गई और इस्लाम धर्म नहीं अपनाया। इस हत्याकांड से देश हिल गया था और उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में फटाफट लव जिहाद का क़ानून बन गया। हरियाणा में भी ऐसे क़ानून की बात चल रही थी लेकिन गृह मंत्री अनिल विज बीमार हो गए जो कल ही अस्पताल से डिस्टार्ज हुए हैं। निकिता के परिवार के लोग बहुत बड़े नहीं हैं। आम लोग हैं ,कुछ न कुछ मदद तो बनती थी लेकिन विनाश काले विपरीति बुद्धि, बरोदा में इस बेटी के नाम पर भाजपा अध्यक्ष ओपी धनकड़ वोट मांग सकते हैं लेकिन उनकी पार्टी ने पीड़ित परिवार की अब तक कोई सुधि नहीं ली। न ही फरीदाबाद के भाजपा नेताओं ने, शायद प्रापर्टी डीलर और भूमाफिया इस जिले में ज्यादा हैं और भाजपा नेताओं को उनसे फुर्सत नहीं मिलती।
@PMOIndia @cmohry @CPFbd @DC_Faridabad कृपया निकिता बिटिया कि निर्मम हत्या के मामले पर भी ध्यान दीजिए,आज65 दिन हो गए,न तो उनके घर वालों को कोई आर्थिक मदद की गई और न कोई सरकारी नौकरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री,मंत्रियों व विधायकों के आश्वासन के बाद भी।आर्थिक स्थिति कमजोर है परिवार की pic.twitter.com/Zm5s0F6gs9
— Varun Sheokand (@sheokand_varun) December 31, 2020
Post A Comment:
0 comments: