फरीदाबाद- निकिता हत्याकांड में एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। आज एसआईटी की टीम ने निकिता के परिजनों से पूंछतांछ की। निकिता के आवास पर आज सुबह से ही नेताओं का तांता लगा है। डीसी यशपाल भी आज दोपहर निकिता के घर पहुंचे जहां उनसे सवाल किया गया कि अब तक आप कहाँ थे। पूर्व मंत्री करण दलाल, विधायक नैनपाल रावत, पूर्व विधायिका शारदा राठौर, जजपा नेता दीपक चौधरी सहित तमाम नेता निकिता के घर पहुँच परिजनों का दुःख बांटा।
इस मामले में जो ताजी जानकारी है उसके मुताबिक़ निकिता का परिवार दो साल से परेशान था। जब 2018 में उसका अपहरण किया गया और परिवार पर दबाव बना समझौता करवाया गया तभी से निकिता के परिजन दुखी थे। निकिता के पिता मूलचंद तोमर ने अपना दर्द बताते हुए कहा कि साल 2018 में इस लड़के ने मेरी बेटी का अपहरण किया था. पुलिस ने दोनों परिवारों के बीच समझौता करवा दिया। उन्होंने कहा कि मुझे अब लगता है कि उस वक्त मैंने गलती की थी। लेकिन कमजोर आदमी कैसे लड़ता, ना पैसा है ना पावर. हम क्या करते।
उनके पड़ोसियों का भी कुछ ऐसा ही कहना है। लोगो की मांग है कि उस समय जो समझौता हुआ था और उस समझौते पर जिन लोगों ने हस्ताक्षर किये थे और कहा था कि अब निकिता को कोई ख़तरा नहीं है। तौसीफ अब दुबारा कोई गलती नहीं करेगा। वो भी निकिता की हत्या के आरोपी है और उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
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