नई दिल्ली- केन्द्रीय मंत्री रामबिलास पासवान का कल निधन हो गया। आज उनका पार्थिव शव उनके गांव पहुँच रहा है जहाँ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पासवान के निधन से आमजनों, दलित व शोषित वर्ग के पक्ष में उठने वाली बुलंद आवाज सदैव के लिए शांत हो गई। वे विगत 53 सालों से विधायक व सांसद रहे और 1977 से दो बार को छोडकर लगातार लोकसभा सदस्य रहें, वहीं दो बार वे राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए।
लोजपा व दलित सेना के वे संस्थापक अध्यक्ष रहे। वे लोगों की मदद करने में सदैव आगे रहते थे। राजनीति में लोगों व हवा का रूख भांपने में वे माहिर थे, तभी वे विभिन्न दलों की सरकारों में लगातार केन्द्रीय मंत्री बने रहे। उनका निधन एक युग का अंत व अपूर्णिय क्षति है। उनके पुत्र चिराग पासवान उन्हें बहुत चाहते थे और केंद्रीय मंत्री पासवान भी चिराग की हर बात मानते थे। 2014 चुनावों से पहले चिराग ने ही रामबिलास पासवान को एनडीए से जुड़ने को कहा था। चिराग को पता लग गया था कि देश में मोदी-मोदी ही हो रहा है और रामबिलास टीम मोदी का हिस्सा बन गए थे। अब चिराग ने पापा की याद में एक ट्वीट किया है जिसमे उन्होंने लिखा है कि
पापा....अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं।Miss you Papa... pic.twitter.com/Qc9wF6Jl6Z— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 8, 2020
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