कुरुक्षेत्र, 13 सितंबर राकेश शर्मा- 3 अध्यादेशों के विरोध में पिपली की नई अनाजमंडी में आयोजित किसान महारैली में भाग लेने पहुंचे किसानों पर लाठीचार्ज किया गया। बावजूद इसके किसान नेताओं पर ही मुकदमे दर्ज किए गए। इस लाठीचार्ज और किसानों पर मुकदमे दर्ज करने के विरोध में 23 सितंबर को इनेलो प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगी और उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगी। ये बात आज कुरुक्षेत्र में इनेलो की प्रदेश कार्यकारिणी की आयोजित बैठक में प्रदेश भर से आए इनेलो पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए इनेलो नेता ने कही। बैठक में इनेलो के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश भारती, प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी, सुनैना चौटाला, जिलाध्यक्ष बूटा सिंह लुखी, युवा जिलाध्यक्ष राजू रामगढ़ सहित कईं पूर्व विधायकों व इनेलो नेताओं ने भाग लिया।
अभय चौटाला ने उपस्थित इनेलो पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा-जजपा सरकार एवं कांग्रेस पर जमकर निशाने साधे। उन्होंने अपने भाषण में जहां 3 अध्यादेशों की खामियों को विस्तारपूर्वक समझाया वहीं कांग्रेस द्वारा इन अध्यादेशोें का सही ढंग से विरोध न करा पाने पर कांग्रेस की जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि बीते 6 माह में प्रदेश में 9 बड़े घोटाले हुए लेकिन विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने इनका कोई विरोध नहीं जताया, इससे साबित होता है कि हुड्डा को प्रदेश की चिंता नहीं है। वे आजकल भाजपा की कठपुतली बनकर भाजपा के हाथों में खेल रहे हैं। 3 दिन के विधानसभा सत्र को मात्र 3 घंटों खत्म कर दिया गया। हुड्डा ने इसका विरोध करने की जगह सत्र खत्म करने की सहमति पर अपने हस्ताक्षर कर दिए। हुड्डा को चाहिए कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकारें हैं वहां के सांसदों से इसका विरोध करवाते।
उन्होंने कहा कि हुड्डा उंगली कटाकर शहीद होना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश सरकार किसानों और किसान नेताओं पर दर्ज किए गए मुकदमों को वापिस नहीं लेती तो 23 सितंबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर हजारों किसानों को साथ लेकर इनेलो प्रदर्शन करेगी और उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगी। उन्होंने दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला पर प्रहार करते हुए कहा कि जननायक जनता पार्टी वाले तो जयचंद हैं। जैसा हाल जयचंद का हुआ है उससे भी बुराहाल इनका होगा। वहीं उन्होंने प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज पर भी तंज कसते हुए कहा कि एक ओर सारा देश किसानों पर हुए लाठीचार्ज को विभिन्न चैनलों पर देख रहा था वहीं अनिल विज कहते हैं कि किसानों पर कोई लाठीचार्ज हुआ ही नहीं। उन्होंने अनिल विज को चुनौती दी कि अगर वे सच्चे हैं तो पिपली क्यों नहीं पहुंचे, अगर उनमें हिम्मत है तो वे पिपली में किसानों को इकट्ठे करते हैं और वे किसानों बीच आकर उनका सामना करके दिखाएं।
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