फरीदाबाद : तिगांव विधानसभा क्षेत्र के नीमका गांव में मंगलवार लगभग आधा दर्जन मकानों को जमीदोज कर दिया। जिन लोगों के मकानों को तोडा गया उनका कहना था कि उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया था। अचानक प्रशासन ने भारी मात्रा में पुलिस बुला उनके मकानों को तुड़वा दिया। लोगों ने आरोप लगाए कि घरों से सामान भी नहीं निकालने दिया गया। इस मौके पर स्थानीय सरपंच ने कहा कि लोगों ने स्टेडियम की जमीन पर अवैध कब्ज़ा किया था जिस वजह से तोड़फोड़ की कार्यवाही को अंजाम दिया गया।
गांव की श्यामवती, गिरिराजी, रामी ने बताया कि यहाँ सबसे ज्यादा अवैध कब्जे सरपंच ने कर रखे हैं लेकिन उनके अवैध कब्जों पर कभी कोई कार्यवाही नहीं होती जबकि हम लोग यहाँ लगभग 40 वर्षों से रह रहे हैं और हमारे मकानों को जबरन तुड़वा दिया गया। महिलाओं ने कहा कि उनके बच्चों की परीक्षा चल रही है और बच्चों की कॉपी, किताबें भी नहीं निकालने दिया गया। तोड़फोड़ के दौरान एक व्यक्ति अपना आशियाना अपनी आँखों के सामने ढहता नहीं देख सका और जेसीबी के सामने लेट गया जिसे वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने वहां से हटाया।
गांव के ही प्रताप, गंगी, किशन, लक्ष्मण, सोहनलाल, सुशील, रोशन आदि ने कहा कि प्रसाशन को सिर्फ गरीबों के आशियाने ही दिखते हैं सरपंच के अवैध कब्जे नहीं दिखते। लोगों ने कहा कि न नीमका और आस-पास बड़े लोगों ने करोड़ों की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे कर रखे हैं लेकिन वहां जेसीबी कभी नहीं पहुँची। लोगों ने कहा कि सरपंच ने उनके साथ अन्याय किया है और उनके मकानों को जबरन पुलिस बुलाकर तुड़वाया है। जल्द पंचायत के चुनाव में हम सरपंच को सबक सिखा देंगे।
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