17 फरवरी 2020: हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के गुरूग्राम में रविवार को किये गए इस दावे को हास्यास्पद बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में अपनी दूसरी पारी के सौ दिनों में इतने काम कर दिये है, जितने भूपेन्द्र सिंह हुड्डा नेतृत्व की कांग्रेस सरकार ने दस साल में नही किये। विद्रोही ने कहा कि ऐसा दावा कोई मानसिक रूप से असंतुलित व्यक्ति ही कर सकता है। जो गठबंधन सरकार अपने सौ दिनों के कार्यकाल में भाजपा-जजपा का न्यूनतम साझा कार्यक्रम तक नही बना सकी है, ऐसी सरकार 100 दिनों में पूर्व की कांग्रेस सरकार के दस साल के कार्यकाल से ज्यादा काम कर दे, यह दावा ही अपने आप में हास्यास्पद, गपौडा मारने व जुमलेबाजी की पराकष्ठा है। कांग्रेस को विकास के मामले में चुनौती देने वाले मनोहरलाल खट्टर की चुनौती कांग्रेस स्वीकार करती है और खट्टर जी को कांग्रेस की चुनौती देती है कि वे प्रदेश कांग्रेस के किसी भी नेता के साथ अपने पांच साल व कांग्रेस कार्यकाल के दस साल के विकास व जनहित कार्यो पर खुली बहस जहां चाहे वहां पर कर ले। वहीें विद्रोही ने मुख्यमंत्री खट्टर को खुली चुनौती दी कि यदि उनमें जरा भी दम है तो कांग्रेस सरकार व भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए विकास व जनहित कार्यो पर सरकारी श्वेत पत्र जारी करे। कांग्रेस संघीयों के गपौडे, जुमलों व झूठे दावों पर बहस करने की बजाय तथ्यों व आंकडों के आधार पर बहस करने में विश्वास करती है जिसके लिए आवश्यक है कि कांग्रेस व भाजपा के विकास कार्यो के संदर्भ में तुलनात्मक आंकडों के साथ सरकार एक श्वेत पत्र जारी करे।
विद्रोही ने कहा कि कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले खट्टर अपने राज में हुए पांच हजार करोड़ रूपये के डाडम माईन घोटाले, रोडवेज किलोमीटर घोटाला, छात्रवृति घोटाला, ट्रक ओवर लोडिंग अवैध वसूली, अवैध खनन जैसे हजारों करोड़ रूपये के घाटालों की स्वतंत्र-निष्पक्ष जांच करवाने से क्यों भाग रहे है? यदि उनमें दम है तो उक्त घोटालों की जांच पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की निगरानी में करवाने की हिम्मत दिखाये। कांग्रेस पर जमीन घोटालों का आरोप लगाने वाले खट्टर जी ने तो हरियाणा विधानसभा में पंजाब भू-सरंक्षण अधिनियम 1901 में परिवर्तन करके गुरूग्राम व फरीदाबाद का वन क्षेत्र, पहाड़ की सरकारी जमीन ही बिल्डरों को देने के लगभग तीन लाख करोड़ रूपये के घोटाले की नींव रख दी थी। यह दूसरी बात है कि वे अभी तक सुप्रीम कोर्ट के हस्ताक्षेप कारण इसंमे सफल नही हो पाये है। विद्रोही नेे कहा कि प्रदेश के खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने तो गृहमंत्री अनिल विज को खुला पत्र लिखकर आरोप लगाया कि खनन माफिया पुलिस सरंक्षण में अवैध खनन व ओवर लोडिंग अवैध वसूली से मोटा माल कमा रहे है।
विद्रोही ने कहा कि गुरूग्राम में कांग्रेस को चुनौती देने से पहले खट्टर जी विचार लेते कि गुरूग्राम में मैट्रो, आधारभूत ढांचा, शिक्षा, स्वास्थ्य, सीवर, बिजली, पानी का आधारभूत ढांचा किसने तैयार किया और कांग्रेस के मुकाबले भाजपा सरकार ने गुरूग्राम में ही आधारभूत ढांचे की मजबूती के लिए क्या किया? जिस दक्षिणी हरियाणा से मिले जनसमर्थन के बल पर खट्टर-भाजपा सत्ता में है, उस दक्षिणी हरियाणा में कांग्रेस राज की तुलना में भाजपा सरकार ने 5 प्रतिशत भी विकास नही किया है। वहीं विद्रोही नेे कहा कि जो मुख्यमंत्री हरियाणा में चार हिंसा तांडव में 83 लोगों को पुलिस गोलियों से भुनवा सकता है, जिसके राज में विगत पांच सालों में कृषि ऋण बोझ से 93 किसान आत्महत्या कर चुके है, प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है, महिला अपराध में प्रदेश नम्बर वन है, भ्रष्टाचार व घोटालों को दबावा जा रहा है, किसान-मजदूर, युवा, महिला, छात्र सभी भाजपा सरकार से त्रस्त है, उस सरकार का मुखिया कांग्रेस पर लांछन लगाये, यही अपने आप में क्रूर मजाक है।
Post A Comment:
0 comments: