चंडीगढ़, 20 नवंबर- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन मंत्री जय प्रकाश दलाल ने प्रदेश के किसानों को कृषि के साथ-साथ देश-विदेश में रोजगार प्राप्त करने के लिए योग्य बनाने, हरियाणा को दुग्ध उत्पादन में अग्रणी बनाने, पशुधन के लिए बेहतर चिकित्तसा सेवाएं मुहैया करवाने और प्रदेश में ऊन के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए सबको मिलकर मिशन मोड में कार्य करने की आवश्यकता है।
जय प्रकाश दलाल ने आज यहां पशुपालन विभाग की बैठक ली और उन्होंने विभाग के कार्यों और भविष्य की कार्य योजना की चर्चा की।
श्री जय प्रकाश दलाल ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि के साथ-साथ अन्य विकल्पों पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। इसी कड़ी में दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं बनाई जाएं। उन्होंने कहा कि हर पशु को टैग लगाकर एक अलग आईडी दी जाए ताकि उससे संबंधित हर प्रकार की जानकारी उपलब्ध हो सके, जिससे उनकी उत्पादकता व चिकित्सा तथा अन्य सभी प्रकार का भी रिकॉर्ड रहेगा।
बैठक में विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि भारत सरकार की योजना के अंतर्गत दिल्ली की एक कंपनी द्वारा हरियाणा के 5 लाख किसानों को विभिन्न श्रेणियों में कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिससे वे विदेशों में भी कार्य करने के योग्य बन सकेंगे। इस योजना के अंतर्गत अभी 5 किसानों ने प्रशिक्षण पूरा कर सर्टिफिकेट प्राप्त कर लिया है और उन्हें विदेश जाने का अवसर मिला है। इस पर श्री जे पी दलाल ने कहा कि इस योजना को व्यापक स्तर पर आगे बढ़ाया जाए ताकि किसानों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो सकें।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना को लगभग 500 किसानों के साथ पायलट आधार पर शुरुआत की जाए, इसके उपरांत पूरे राज्य में इस योजना को क्रियान्वित किया जाएगा। उन्होंने पानीपत के साथ-साथ दक्षिण हरियाणा में भी ऊन के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नई संभावनाएं तलाशने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मोबाइल पशुचिकित्सा के लिए जल्द से जल्द योजना तैयार की जाए।
बैठक में पशुपालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुनील कुमार गुलाटी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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