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वाइरल पोस्ट- जन आशीर्वाद यात्रा के समय टिकटार्थियों की भीड़ देख बढ़ गया खट्टर चाचा का गुरूर 

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हमें ख़बरें Email: psrajput75@gmail. WhatsApp: 9810788060 पर भेजें (Pushpendra Singh Rajput)

चंडीगढ़- सोशल मीडिया पर हरियाणा की राजनीति से जुडी एक पोस्ट वाइरल हो रही है जिसमे किसी ने प्रदेह सरकार के बारे में बहुत कुछ लिखा है। भाजपा का ग्राफ क्यू गिरा और भाजपा के 50 उम्मीदवार क्यू हार गए और क्यू अधिकतर मंत्री हार गए इस वाइरल पोस्ट में सरकार को आइना उस समय दिखाया गया है जब सरकार इस हफ्ते मंथन कर रही है कि मिशन 75 को पलीता क्यू लग गया। इस वाइरल पोस्ट में कुछ सच्चाई से इनकार नहीं किया जा सकता क्यू कि ???पढ़ें 
पुलवामा हमले और बालाकोट  स्ट्राइक के साए में सम्पन्न हुए 2019 के लोकसभा चुनावों में हरियाणा की जनता ने 10 की दस लोकसभा सीट भाजपा को देकर अपना आशिर्वाद दिया था। इन चुनाव में प्रदेश की जनता ने भाजपा को 90 में से 79 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त दी थी। मोदी के चेहरे और बालाकोट हमले के उन्माद के साए में सम्पन्न हुए इस चुनाव में भाजपा की लहर देखकर विपक्षी दलों में भगदड़ मच गई और खट्टर साहब का गुरुर सातवें आसमान पर पहुंच गया। किसी को धक्का देकर हड़काते और किसी को फरसा दिखाते हुए खट्टर साहब रथयात्रा लेकर निकल लिए। टिकटार्थियों की उमड़ती भीड़ ने इनका गुरूर और बढ़ा दिया।

खट्टर साहब के पास विकास के नाम पर निल बटा सन्नाटा था और इनकी पारदर्शिता की पोल असिस्टेंट प्रोफेसर, नायब तहसीलदार और एचसीएस की भर्ती ने खोलकर रख दी।

परिणाम ये हुआ कि विधान सभा चुनाव में भाजपा घुटनों पर आ गई। ये तो शुक्र है कि विपक्ष बंटा हुआ था और मीडिया भाजपा का प्रवक्ता बना हुआ था जो सरकार का जुगाड़ हो गया।

अनिल विज को छोड़कर खट्टर चाचा की पूरी कैबिनेट धूल चाटती नज़र आई। ना उन्हें मोदीजी बचा पाए और ना धारा 370।

रामबिलास शर्मा, कैप्टन अभिमन्यु, ओमप्रकाश धनखड़, कविता जैन, कृष्ण पंवार जैसे मंत्री खट्टर साहब के प्रचार ने घर बैठा दिए।

दरअसल कैप्टन साहब के अलावा इन लोगों के पास कुछ था भी नही। रामबिलास शर्मा जी अपने खुद के महकमे में एक टीचर का ट्रांसफर नही करवा सकते थे। शर्मा जी के नोट चढ़ी असिस्टेंट प्रोफेसर के तबादले की फ़ाइल को उच्चतर शिक्षा विभाग की तत्कालीन एफसी ज्योति अरोड़ा दबाकर बैठ गई और बिना सीएम के आदेश के तबादले नही होने दिए। यही हालत धनखड़ साहब के थे।

क्या इन हालातों में कोई मंत्री चुनाव जीतने की सोच भी सकता है?

दरअसल, खट्टर साहब ने कैबिनेट तो संवैधानिक खाना पूर्ति के लिए बना रखी थी असली सरकार तो इनके कार्यालय में बैठी प्रवासी कैबिनेट चला रही थी।

मुझे लगता है कि खट्टर साहब हरियाणवियों से एक अलग ही तरह की चिढ़ रखते हैं। उनको शुरू से ही हरियाणवियों पर कोई भरोसा नही है। उनके दफ्तर में तमाम पदों पर हरियाणा से बाहर के लोगों को स्थापित किया गया और इनके माध्यम से सरकार चली। 

यही प्रवासी कैबिनेट प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश देती थी, प्रशासन इसी प्रवासी कैबिनेट को रिपोर्ट करते थे और इन्ही के हुक्म बजाते थे। 

इन लोगों को ना हरियाणा की कोई समझ थी, ना हरियाणा के विकास से कोई मतलब। ये लोग यहां माल बनाने आए थे और माल बनाने में ही लगे रहे। पर्ची सिस्टम खत्म करने के बहाने मंत्रियों को प्रभावहीन करके इन लोगों का थैली तन्त्र मज़बूत किया गया।

अगर किसी को मेरी बात पर किसी तरह का शक- शुबहा है तो मैं खट्टर चाचा को चुनौती देता हूँ कि जिस प्रकार विपक्षी दलों के नेताओं पर ईडी और इनकम टैक्स के छापे डलवाए जाते हैं उसी प्रकार इनकी सम्पत्ति की जांच करवाने की चुनौती स्वीकार कर लें।

ये प्रवासी कैबिनेट 'ऑल पावरफुल' थी। जवाहर यादव पर भ्रष्टाचार के आरोपों के उपरांत उसे ओएसडी की जिम्मेदारियों से मुक्त करके हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन का मलाईदार पद दिया गया। उस पर एक महिला द्वारा बड़े ही घृणित कृत्यों तक के आरोप लगाए गए हैं।

अभिमन्यु यादव पिछले 5 बरस चाचा चौधरी का हमसाया था। उस पर करनाल में करोड़ों की सम्पत्ति को औने- पौने दामों पर खरीदने के आरोप मीडिया में लगे जिन्हें दबा दिया गया। उसके उपरण हिसार में एक महिला द्वारा महिला कानूनों के तहत मुक़द्दमा दर्ज करवाया गया। परन्तु खट्टर चाचा का मोहभंग नही हुआ।

कैप्टन भूपेंद्र को ओएसडी के पद से हटाया तो कनफेड का चेयरमैन बना दिया।

हरियाणा का एक प्रत्रकार जो पहले चौटाला साहब का सलाहकार होता था आजकल एक इलेक्शन मैनेजमेंट कम्पनी बनाकर मुख्यमंत्री का दायां हाथ बना हुआ है। प्रायोजित ओपिनियन पोल चलाकर जनमत के बलात्कार का आइडिया इसी का था।

अपना रोहतक वाला मंत्री भी आजकल सचिवालय के चतुर्थ तल के चक्कर लगा रहा है। खट्टर साहब के राजनैतिक सलाहकार के पद पर गिद्ध दृष्टि जमाए हारे हुए मंत्री जी सचिवालय के द्वारे- द्वारे फिर रहे हैं और अंत मे खट्टर चाचा के साथ व्यक्तिगत सम्बन्धों के सहारे जनमत के साथ बलात्कार में सफल हो ही जाएंगे।

ऐसा ही कुछ हाल खट्टर साहब के पूर्व मीडिया एडवाइज़र और पूर्व मंत्री पति राजीव जैन का भी है। जैन साहब भी एक बार फिर से प्यासे चातक पक्षी की तरह सीएमओ की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं।

इन लोगों के कारनामो का परिणाम भाजपा ने भुगता। मोदीजी ने खट्टर साहब को दुबारा प्रदेश पर थोपकर प्रदेश की जनता को भुगतने के लिए छोड़ दिया।

रही सही कसर अब खट्टर साहब इस प्रवासी कैबिनेट को प्रदेश पर थोपकर निकाल देंगे।

75 पार का दावा तो धूल- धूसरित हो चुका है। 47 से 40 पर आ गए। अगर पहले वाला ही हाल रहा तो 2005 की तरह भाजपा का वापिस 4 सीटों पर तय है।

हरियाणा वालों पर सितम, बाहरियों पर करम
ओ खट्टर चाचा ये ज़ुल्म ना कर, ये ज़ुल्म ना कर...

सभी मित्रों की जानकारी के लिए खट्टर चाचा की प्रवासी केबिनेट के कुछ पुरोधाओं की सूची यहां संलग्न कर रहा हूँ जो मैंने मेरे एक भाजपाई मित्र की वाल से ही कॉपी की है (ये सूची 2018 की स्थिति के अनुसार है?)

1.
Neeraj Daftaur,
OSD/CM
Chhatisgarh
RSS
All secret assignments

2.
Amrender Singh,
OSD/CM
U.P.
RSS
To look after interest of NGO of CM’s Brother

3.
Dhamma Pal,
AMD, HARTRON

Telangana
RSS
Supervisory authority of I.T. in HARTRON
Salary more than M.D.

4.
Dhruv Majumdar,
I.T. Advisor/CM
West Bengal
RSS
Advisor with I.T. Deptt.
Salary Rs. 2 Lacs

5.
D. Majumdar,
Member, HERC
(Cabinet Rank)
West Bengal
RSS
Father of Sh. Dhruv Majumdar
Job in HERC

6.
Alok Verma,
ADC/CM
South
RSS
No ADC appointed by CM in Haryana till now.

7.
Rajneesh Garg,
ADC/CM
Jind
RSS
No ADC appointed by CM in Haryana till now.

8.
Anurag Misra,
PA/CM
U.P.
RSS
Getting fixed salary 50,000/- per month.  He is not an employee of Haryana Govt.

9.
Amit Arya,
Media Advisor
Himachal Pradesh
RSS
To look after Media (Electronic & Print Both)

10.
Desh Raj,
Care Taker/CM Residence
J&K
RSS
Getting salary Rs. 40,000/- per month alongwith  Govt. Vehicle.

11.
Sunil Sharma,
Liasioning Officer
Charkhi Dadri
RSS
On deputation in HSIIDC from PSIDC. Getting salary Rs. 85,000/- per month.

12.
Parveen Bhalla,
OSD with APS/CM
Dr. Rakesh Gupta
Punjab
RSS
Appointed by HPGCL. Getting salary Rs. 80,000/- per month with other facilities, violating rules.

13.
Arun Sangwan,

Delhi
RSS
Member of state information commission

14.
S.K. Narwar,
Delhi
RSS
Deal with CLU & other land deals unofficially.

15.
Abhimanyu, PA/CM(Residence)
Paladi
RSS

Getting salary Rs. 120,000/- per month alongwith Govt. accommodation. Neither fulfil qualification nor Govt. Employee.

16.
Hardeep,
PA/CM(Residence)
Chandigarh
RSS
Getting salary Rs. 50,000/- per month alongwith Govt. accommodation. Neither fulfil qualification nor Govt. Employee.

17.
Rajnees Goel,
Assistant, CM Office
RSS
JE in BSNL (Punjab) but getting all the facilities from HSIIDC.

18.
Ajay Mohan Goel,
Posted with PSCM
U.T. Chandigarh
RSS
First time appointment with High Level Officers in CMO from Education Deptt.

19.
Vinod Dhiman,ETO
Assistant in CMO
RSS
Posted as OSD/PSCM with all Govt. facilities.

20.
Manish Sharma,
APRO
Bihar
RSS
Posted as APRO in Public Relation Deptt. Getting salary Rs. 50,000/-

21.
Anil Sharma,
Chief Coordinator (Industries) HSIIDC
Karnataka
RSS
Getting salary Rs. 2 Lacs per month with other Govt. facilities.

22.
J.C. Kaushal,
OSD/PSCM
Punjab
RSS
Getting salary Rs. 80,000/- per month from HFC and using another vehicles also of HSIIDC.

23.
Ujjwal,
I.T. Consultant
Delhi
RSS
Appointed in HSSC. Getting salary Rs. 30,000/- per month.

24.
Puneet,
I.T. Consultant
In relation to CM
RSS
Appointed in HSSC. Getting salary Rs. 50,000/- per month

And many more which could not be included in the list
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