फरीदाबाद: नगर निगम चुनाव लगभग दो साल बाद होंगे लेकिन शहर में अब कौन बनेगा मेयर की हलचल शुरू हो गई है। इस बार डायरेक्ट मेयर का चुनाव होगा और हो सकता है शहर को कोई मजबूत मेयर मिले। अब तक के कई मेयर लगभग बड़े नेताओं की कठपुतली ही साबित होते आये हैं। काम के न काज के दुश्मन अनाज के साबित हुए हैं जिस कारण फरीदाबाद लगभग ढाई दशकों से पिछड़ता गया। कई मेयर अपनी ताकत नहीं समझ सके। फरीदाबाद में अगर कोई विधायक बनता है तो वो अपने विधानसभा क्षेत्र तक ही सीमिति रहता है लेकिन अगर कोई महापौर बनता है तो उसके दायरे में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं। फरीदाबाद, बड़खल, तिगांव, एनआईटी, बल्लबगढ़ से पार्षद चुने जाने हैं जिसके बाद ये पार्षद किसी कोई मेयर चुनते हैं लेकिन अब तक पार्षद मेयर कम चुनते देखे गए हैं, शहर के बड़े नेता मेयर चुनते देखे गए हैं।
फरीदाबाद की बात करें तो शहर की बर्बादी में यहाँ के कुछ मेयरों का अहम् योगदान है। ये कठपुतली बन सत्ता की कुर्सी पर बैठे रहे और कुछ बेईमान अधिकारी फरीदाबाद को लूटते रहे और अब भी लूट रहे हैं वरना अरावली पर अब भी सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ती न दिखतीं। इस बार फरीदाबाद को चुना हुआ मेयर मिलेगा और हो सकता है कोई अच्छा और धाकड़ नेता मेयर की कुर्सी पर बैठे। कोई चमचा इस बार मेयर की कुर्सी पर नहीं बैठ पायेगा जैसा की कहा जा रहा है कि सीएम के साथ चमगादड़ों जैसे दांत दिखा फोटो खिंचवा एक पार्षद मेयर बनने का सपना देख रहा है जो क्षेत्र की जनता का फोन तक उठाना उचित नहीं समझता है। कई अच्छे और संघर्ष करने वाले युवा नेताओं का भी नाम लिया जा रहा है। इस बार कांग्रेस भी चुनाव चिन्ह पर नगर निगम के चुनाव लड़ सकती है और कांग्रेस के कई धाकड़ युवा नेता भी मेयर और पार्षद बनने की तैयारी में जुट गए है। निगम चुनावों में खट्टर फैक्टर न के बराबर चलेगा। फरीदाबाद में अगर चलेगा तो गुर्जर फैक्टर चलेगा इसलिए खट्टर के साथ फोटो खिंचवाने वाले नेताओं को फरीदाबाद की जनता उतना भाव नहीं देगी।
फरीदाबाद नगर निगम की बात करें तो इस समय नगर निगम के कुल 40 पार्षद हैं जिनमे एक पार्षद मेयर, एक वरिष्ठ उप महापौर और एक डिप्टी मेयर बनाये गए हैं। बल्लबगढ़ के पार्षद दीपक चौधरी ने आज एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि इस बार का नगर निगम का सदन फरीदाबाद में नगर निगम के इतिहास का सबसे कमजोर सदन है। उन्होंने कहा कि इस कार्यकाल में पार्षदों की नहीं सुनी जाती, अधिकारी मनमानी कर रहे हैं और वो पूरी तरह से बेलगाम हो चुके हैं। दीपक चौधरी ने कहा कि वर्तमान में शहर में फिर प्रदूषण बढ़ा है। निगमायुक्त ने एक बार भी पार्षदों की कोई बैठक नहीं बुलाई, न ही कभी उस समय ऐसी बैठक बुलाई गई जब शहर की जनता को बड़ी समस्याओं से जूझना पड़ता है। चाहे गर्मी के मौसम में पानी की समस्या हो या सर्दी की या बारोश में जलभराव की।
उन्होंने कहा कि हम जैसे पार्षद जनता के बीच में रहते हैं और किसी भी वार्ड की जनता कोई किसी तरह की समस्या आती है तो जनता हमारे पास सबसे पहले आती है लेकिन अधिकारी हमें नजरअंदाज कर अपनी मनमानी करते रहते हैं। दीपक ने कहा कि फरीदाबाद में सब कुछ गलत हो रहा है खासकर निगम पार्षदों के साथ जो किया जा रहा है वो उचित नहीं है। उन्होंने कहा अधिकारी ही फरीदाबाद को बरबाद कर रहे हैं। निगम सदन की बैठक भी लगभग नकली होती है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने शहर की व्यवस्था खराब कर दी है। दीपक ने कहा कि अधिकारी सरकार के काबू में नहीं हैं और फरीदाबाद का सत्यानाश कर रहे हैं।
Post A Comment:
0 comments: