फरीदाबाद: भाजपा की टिकट वितरण के ठीक पहले एक ऑनलाइन सर्वे में भाजपा नेता राजेश नागर को छप्पर फाड़कर वोट देने वाले उनके समर्थक न इन दिनों न जाने कहाँ गायब हैं। सोशल मीडिया पर राजेश नागर में मुकाबले कांग्रेस उम्मीदवार ललित नागर को फिर तिगांव के विधायक के रूप में ज्यादा पसंद किया जा रहा है। तिगांव से जुडी हर खबर पर ललित नागर के पक्ष में ज्यादा प्रतिक्रियाएं देख ऐसा लगता है कि उस ऑनलाइन सर्वे में सच में तिगांव से बाहर के लोगों ने वोट दिया था।
तिगांव की बात करें तो सोशल मीडिया का रुख देख लग रहा है कि फिलहाल ललित नागर को ज्यादा सपोर्ट मिल रहा है और तिगांव में ही नहीं कई विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशियों से लोग ज्यादा खुश नहीं दिख रहे हैं लेकिन अब तो मुकाबला शुरू हुआ है। अभी भाजपा के दिग्गज अपने प्रत्याशियों के लिए प्रचार के लिए मैदान में उतरेंगे जिसके बाद समीकरण कुछ बदल सकते हैं लेकिन गुजरात विधानसभा चुनावों में काफी कुछ वो हुआ था जिसका भाजपा को अंदेशा नहीं था।
2017 में गुजरात चुनाव परिणाम के दिन एक समय ऐसा भी आया था जब लग रहा था कि कहीं कांग्रेस बाजी न मार ले और अंतिम समय में जाकर भाजपा की जीत संभव हुई। 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में बीजेपी ने 99 सीटें जीती थी जबकि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने 80 सीटें जीती थी। गुजरात पीएम का गृह क्षेत्र है लेकिन वहाँ जब कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया तो हरियाणा की तो बात ही अलग है। गुजरात में भी भाजपा की फ़ौज ने जमकर प्रचार किया था लेकिन अपेक्षा के मुताबिक सफलता नहीं मिली। हरियाणा कांग्रेस में अगर टूट-फूट और कल बड़ी बगावत न होती तो कांग्रेस भाजपा को कड़ी टक्कर देती नजर आ रही थी। सत्ता पक्ष से अधिकतर लोग नाराज रहते हैं और ऐसा हरियाणा में कई विधायकों के साथ होता दिख रहा है। खासकर जिन्हे दुबारा मैदान में उतारा गया है। आज की एक खबर पर अधिकतर लोग ललित नागर के पक्ष में कमेंट्स लिख रहे हैं। देखें स्क्रीन शॉट
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