चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी, जजपा-बसपा गठबंधन, इनेलो और लोसपा जैसी पार्टियां हरियाणा में रैली वगैरा करती दिख रही हैं क्यू कि एक हफ्ते बाद विधानसभा चुनावों के लिए आचार संहिता लग जाएगी। इन पार्टियों के संभावित उम्मीदवार अपने क्षेत्रों में जनसभाएं कर रहे हैं लेकिन हरियाणा कांग्रेस इन दिनों बेचारी? हो गई है। बेचारी कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार समझ नहीं पा रहे हैं कि वो क्या करें-क्या ना करें।
दो बार के मुख्यमंत्री रहे भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 18 अगस्त को एक बड़ी रैली कर कांग्रेस हाइमकान पर दबाव बनाने का प्रयास किया था और हुड्डा को लगता था कि ये रैली उन्हें राजनीति के आसमान पर पहुंचा देगी लेकिन राजनीति के आसमान पर चढ़ने का प्रयास कर रहे हुड्डा खजूर पर लटक गए हैं। वो न आसमान पर पहुँच सके न ही जमीन पर हैं। अब भी खजूर पर लटके हैं। सोनिया गांधी ने उन्हें अब तक भाव नहीं दिया है। उनके समर्थक विधायक और पूर्व विधायक परेशान हैं वो भी नहीं समझ पा रहे हैं कि वो क्या करें। हुड्डा ने एक कमेटी भी बनाई थी और कहा था कि कमेटी जो कहेगी वही करूंगा लेकिन अब तक कमेटी का कोई फैसला सामने नहीं आया है।
सूत्रों द्वारा पता चला है कि आज मंगलवार को फिर कमेटी की बैठक है। आज कोई फैसला लिया जा सकता है। खास सूत्रों की मानें तो हुड्डा की रैली से कांग्रेस हाईकमान नाराज है। कांग्रेस हाईकमान के सूत्रों की बात करें तो हाईकमान का मानना है कि हुड्डा को दो बार सीएम बनाया और उनसे ये उम्मीद नहीं थी कि वो कांग्रेस पर दबाव बनाने का प्रयास करेंगे। कहा जा रहा है कि कांग्रेस एक दो दिन में कोई फैसला ले सकती है लेकिन समय बताएगा कि फैसला लिया जाएगा या हुड्डा खजूर कर ही लटके रहेंगे।
भाजपा की बात करें तो सीएम मनोहर लाल हुडडा के गढ़ में ही आजकल दहाड़ रहे हैं। जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर महम पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को उनके ही गढ़ पहुँच उन्हें चुनौती दी। सीएम ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि हुड्डा ने इतने पाप किए हैं कि अब उनको जेल जाना ही पड़ेगा। साथ ही, इनेलो पर भी निशाना साधा और कहा कि एक पूर्व सीएम पहले से जेल में बंद हैं। वे महम विधानसभा में अलग-अलग स्थानों पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।
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