फरीदाबाद: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए कहा कि पलवल में गोपाल के हत्यारों को कड़ी सजा मिलेगी। दो शब्द बोल सीएम खामोश हो गए हाँ गोपाल जुनैद होता तो आर्थिक मदद का भी एलान कर सकते थे। एक समय था जब हरियाणा पुलिस को अकेले गौ तस्करों से जूझना पड़ता था और कई पुलिसकर्मी गौ तस्करों के हांथों मारे भी जा चुके हैं लेकिन लगभग चार साल पहले पुलिस ने प्रदेश की जनता से कहा कि गौ तस्करों पर लगाम लगाने के लिए उन्हें स्थानीय जनता का साथ चाहिए जिसके बाद पुलिस का साथ देने वालों को गौरक्षक कहा जाने लगा।
हरियाणा के तमाम जिलों के थाने में पुलिस स्टाफ की कमी है और तमाम पुलिसकर्मी 24 घंटे ड्यूटी देते हैं और ऐसे में रात्रि में अगर वो किसी तस्कर के पीछे पड़ते हैं तो उनके पास उनके साथी पुलिसकर्मी कम होते हैं। तस्कर भी हथियार लेकर चलते हैं जिस कारण पुलिस को सहयोगी की जरूरत पड़ती है ऐसे में कुछ स्थानीय युवक उनका साथ देते हैं जिन्हे गौरक्षक कहा जाता है। भाजपा सरकार गौहत्या पर सख्त नियम क़ानून बना चुकी है लेकिन शायद कागजों में क्यू कि देश के कई राज्यों में गौ हत्याएं जारी हैं लेकिन शायद ही किसी गौ हत्यारे को सजा मिली हो।
भाजपा चाहती तो है कि कहीं गौ हत्या न हो लेकिन गौ हत्यारों पर लगाम नहीं लगा पा रही है। लगभग एक दर्जन राज्यों में गौ हत्याओं का खेल जारी है और इन राज्यों में अधिकतर राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं। हरियाणा के पलवल में गौरक्षक गोपाल सौरोत की सोमवार को गौ तस्करों ने गोली मारकर हत्या कर दी। भोंपू वालों को सांप सूंघ गया। जुनैद हत्याकांड में दर्जनों बार फरीदाबाद आईं सीपीएम की वृंदा करात कहीं भूमिगत हो गईं। विपक्ष के बारे में इसके पहले की खबर में बता ही चुका हूँ कि गोपाल की जगह कोई तरबेज होता और भले ही वो चोर होता तो कुकुरमुत्ते की तरह विपक्षी नेता उड़ आते और नेशनल मीडिया वाले भी भोंपू लेकर वहां डेरा डाल देते।
फरीदाबाद में सुनपेड़ काण्ड हुआ था और पुराने पाठकों को पता है कि हरियाणा अब तक ने भोंपू वालों और दोगले नेताओं को कैसे लपेटा था। उस मामले में जो कुछ उस समय के सीपी सुभाष यादव ने कहा था वही सच है, सीबीआई आज तक उस मामले की जाँच नहीं कर सकी। राहुल, हुड्डा, केजरी, वृंदा करात जैसे नेता वहां पहुंचे थे और दबाव में खट्टर ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे और पीड़ित परिवार पर लाखों बरसाए थे लेकिन अब तक उस रात्रि का सच सीबीआई नहीं निकाल सकी।
पलवल के गोपाल मर्डर केस में तो सत्ता और विपक्षी सभी नेताओं को सांप सूंघ गया जिसके बाद सोशल मीडिया पर गोपाल के मासूम बच्चों की मदद के लिए एक अभियान कल चलाया गया। आपको बता दें कि लगभग 24 घंटे पहले चलाये गए अभियान के कारण अब तक देश के लोगों ने गोपाल के बच्चों के लिए लगभग 27 लाख रूपये की मदद की है। 26 लाख से ज्यादा एक वेबसाइट के माध्यम से आये हैं जबकि गोपाल की पत्नी के खाते में भी लोग पैसे भेज रहे हैं। कल दोपहर से हमारे पास कई पाठकों के फोन आये और मैंने गोपाल की पत्नी के बैंक खाते की जानकारी आप सबको दी। गोपाल के बच्चों की मदद के लिए हरियाणा अब तक के सभी पाठकों का धन्यवाद। आगे भी आप जरूरतमंदों के आंसू पोंछते रहें , आप सब नेताओं की तरह मृतक की जाति व् धर्म न देखें। किसी भी धर्म के पीड़ित का आंसू देखें तो उसकी मदद करें।
नोट. जो पैसे Ketto के माध्यम से आये हैं वो दो हफ्ते के अंदर गोपाल की पत्नी के पास पहुंचेंगे ,किसी अफवाह पर ध्यान न दें, लिबरल गैंग यहाँ भी मौका ढूंढ रहा है। कल गैंग को लपेटूँगा।
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