नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर भारी विरोध और रांची बार एसोशिएशन की चेतावनी के बाद रांची की स्थानीय कोर्ट ने पांच कुरान बांटने की शर्त पर जमानत के फैसले को वापस ले लिया है। कोर्ट के इस फैसले का स्थानीय बार एसोसिएशन ने विरोध किया था। साथ ही 48 घंटों के लिए जज मनीष सिंह की अदालत का बहिष्कार भी किया है. कोर्ट द्वारा कुरान बांटने की शर्त पर जमानत देने के आदेश के बाद से ही कई हिंदू संगठनों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा था। देश के अन्य राज्यों के वकीलों ने भी इस फैसले को गलत बताया था।
ऋचा भारती ने भी कहा था कि उन्हें लगता है कि कोर्ट का फैसला गलत है। आपको बता दें कि ऋचा भारती उर्फ़ ऋचा पटेल को फेसबुक पर एक धर्म के बारे में विवादित पोस्ट शेयर करने के बाद उन पर मामला दर्ज कर उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जिसके बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो वाइरल होने लगे जिसमे दूसरे धर्मों के लोग हिन्दू देवी देवताओं को अपशब्द कह रहे हैं। इसके बाद सवाल उठने लगे कि इन पर मामला क्यू नहीं दर्ज किया जा रहा है और इन्हे क्यू गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। ऋचा को कुरान बांटने के आदेश के बाद हिन्दू संगठन और ज्यादा विरोध करने लगे जिसके बाद फैसला वापस ले लिया गया।
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