नई दिल्ली: कलयुग है, देश के नेता कुर्सी के लिए एक दूसरे पर हद से ज्यादा कीचड उछालते हैं और यहाँ तक कुर्सी के लिए खून के रिश्ते भी दरकिनार कर दिए जाते हैं। दिल्ली की पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता शीला दीक्षित का शनिवार को निधन हो गया। 81 वर्षीय शीला दीक्षित लंबे समय से बीमार चल रही थीं। हालांकि इसके बाद भी वह राजनीतिक रूप से सक्रिय थीं और फिलहाल कांग्रेस ने उन्हें दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे रखी थी। उनके अचानक निधन के बाद पता चल रहा है कि वो साधारण नेत्रे नहीं थीं। हर पार्टी के नेता उनके निधन पर दुःख जता रहे हैं।
सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निजामुद्दीन स्थित आवास पहुंचकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल और डेप्युटी CM मनीष सिसोदिया ने शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि अर्पित की। अरविन्द केजरीवाल ने एक ट्वीट कर उनके निधन पर दुःख जताते हुए लिखा कि अभी अभी श्रीमती शीला दीक्षित जी के निधन की बेहद दुखद खबर के बारे में पता चला। यह दिल्ली के लिए बहुत बड़ी क्षति है और उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। उसकी आत्मा को शांति मिले।
आपको बता दें कि अरविन्द केजरीवाल आज दिल्ली के बादशाह हैं तो शीला दीक्षित के कारण क्यू कि जब अन्ना हजारे ने दिल्ली में आंदोलन किया था तब केजरीवाल एक एनजीओ चलाते थे और उन्हेंबहुत कम लोग जानते थे लेकिन अन्ना आंदोलन के बाद जब केजरीवाल ने पार्टी बनाई तो अरविन्द केजरीवाल ने एक अभियान चलाया और शीला दीक्षित को घेरने लगे। 2013 में केजरीवाल चुनाव मैदान में उतरे और सीएम बने लेकिन उस समय पूर्ण बहुमत नहीं था और दिल्ली में दुबारा चुनाव हुए और केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटें मिलीं और अब केजरीवाल सरकार जल्द पांच साल पूरा करने वाली है और नया साल लगते ही दिल्ली में दुबारा चुनाव होंगे लेकिन शीला को बदनाम कर दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुए केजरीवाल 370 पन्ने अब तक सामने नहीं ला सके जिसमे उन्होंने कहा था कि शीला दीक्षित के घोटालों से जुड़े 370 पन्नों के सबूत उनके पास हैं।
केजरीवाल ने आज जो ट्वीट किया है उसके नीचे तमाम लोग कमेंट्स कर रहे हैं और लिख रहे हैं कि केजरीवाल जी कल शीला दीक्षित का अंतिम संस्कार होगा और हो सके तो कल उनकी चिता वो 370 पन्नों का सबूत रख देना ताकि वो सबूत?
एक यूजर ने लिखा है कि देशवासियों देख लो...!!!
सबसे ज्यादा #शीला_दीक्षित के नाम पे
बट्टा केजरीवाल ने लगाया,उन्हें झूठा बदनाम
करके अपनी राजनीति चमकाई..आज
वो उनकी मौत पर दुःखी हो रहा हैं.
Mr. केजरीवाल दिल्ली की जनता
तुझे कभी माफ नहीं करेगी.
जिसने दिल्ली को डवलपमेंट
करके बदल दिया था..उसको
तुने बदनाम किया?
🖤— #SurgicalStrike 2.0 🇮🇳 (@SurgicalWay) July 20, 2019
Terrible news?
आज की राजनीति में शीला दीक्षित जैसे नेता कम नजर आते हैं, सारे देश की क्षति है उनका निधन!
उनके लिए क्या-क्या नहीं बोला था. उन्हें बदनाम-प्रताड़ित करने का कोई अवसर नहीं खोया #आप ने!
दिल्ली आप जैसों को क्षमा न करेगी.#Delhi #RIPSheilaDikshit #SheilaDikshit #AAP pic.twitter.com/o3nP1FhnUs
हो सके तो अब तुम शीला दीक्षित जी के खिलाफ जो 370 पेजों की रदद्ी हवा में हिला हिलाकर उनके खिलाफ सबूत बताया करते थे उनकी चिता के साथ ही जला देना।— उतम हिन्दू (@hitsycGCuiYmC6n) July 20, 2019
यही सच्ची श्रद्धाजली होगी तेरी तरफ से शीला दीक्षित के लिए
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