चंडीगढ़: भाजपा के मिशन 75 में संभव है एक दर्जन से ज्यादा उन नेताओं को टिकट मिले जो इनेलो छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। ऐसे नेताओं को लगता है कि शायद इनेलो में उनका भविष्य उज्जवल नहीं है इसलिए तमाम इनेलो विधायक लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं और यहाँ तक कई कई पूर्व विधायक भी इनेलो छोड़ चुके हैं। पिछले चुनावों में इनेलो की 19 सीटों पर जीत हुई थी लेकिन अब अभय चौटाला के पास सिर्फ पांच विधायक बचे हैं। 14 विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है। इनेलो के 19 विधायकों की अगर बात करें तो पिहोवा के विधायक जसविंद्र सिंह संधू और जींद के विधायक डा. हरिचंद मिढा का देेहावसान हो चुका है। चार विधायक नैना सिंह चौटाला, नरवाना के विधायक पिरथी नंबरदार, उकलाना के विधायक अनूप धानक और दादरी के विधायक राजदीप फौगाट पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी के साथ जुड़े हैं। अभय चौटाला ने इन चारों विधायकों की सदस्यता दलबदल कानून के तहत रद कराने के लिए स्पीकर के पास आवेदन दिला रखा है।
फरीदाबाद एनआइटी के विधायक नगेंद्र भड़ाना चुनाव जीतने के बाद से भाजपा के साथ हैं। रानियां के विधायक रामचंद्र कांबोज ने रविवार को ही पार्टी छोड़ी है, लेकिन अभी तक किसी दल में जाने का मन नहीं बनाया है। फिरोजपुर झिरका के विधायक नसीम अहमद कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। जुलाना के विधायक परमिंदर सिंह ढुल, फतेहाबाद के विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया, नलवा के विधायक रणबीर गंगवा, नूंह के विधायक जाकिर हुसैन तथा हथीन के विधायक केहर सिंह रावत पिछले दिनों भाजपा का दामन थाम चुके हैं।
ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला के साथ अब रतिया के विधायक प्रो. रवींद्र बलियाला, सिरसा के विधायक मक्खन सिंगला, बरवाला के विधायक वेद नारंग और लोहारू के विधायक ओमप्रकाश बारवा ही खड़े दिखाई दे रहे हैं। इनमें भी प्रो. रवींद्र बलियाला की भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला से पूर्व में मुलाकात हो चुकी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि वो भी जल्द भाजपा में शामिल हो जाएंगे ऐसे में अभय चौटाला की इनेलो और बुरा हाल हो जायेगा। अभय चौटाला ने ऐसा शायद ही कभी सोंचा होगा जैसा हो रहा है।
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