नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों के ठीक बाद पश्चिम बंगाल के वशीरहाट से सांसद चुनी गईं नुसरत जहां ने निखिल जैन से शादी की थी और जब वो लोकसभा में पहुंचीं थीं तो गले में मंगलसूत्र, माथे पर सिन्दूर और हांथों में चूड़ियाँ थीं उन्होंने लोकसभा में वन्दे मातरम् भी बोला जिसे देख कई कटटरपंथी मौलवियों की नींद उड़ गई थी और उन पर फतवा जारी पर दिया था और कहा था कि उनकी शादी इस्लाम के खिलाफ है और वो ये शादी नहीं मानते। अब नुसरत जहां ने उन मौलवियों को जबाब दिया है और कहा है कि मैंने वही किया जो मेरे दिल ने कहा।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने ऊपर किसी भी प्रकार के फतवे के बारे में नहीं सुना है। हम विकास की राह में बढ़ते नए भारत के नागरिक हैं, जहां पर सभी परंपराओं और संस्कृतियों का सम्मान होना जरूरी है। भगवान के नाम पर क्यों लोगों को बांट दिया जाता है। हां, मैं एक मुस्लिम हूं और सेक्युलर भारत की नागरिक हूं। मेरा धर्म भगवान के नाम पर लोगों को बांटना नहीं सिखाता है।
नुसरत जहाँ ने कहा कि बंगाली बोलना और सिंदूर लगाना मेरी पसंद है और इस बात से किसी को मतलब नहीं होना चाहिए कि लोगों को कैसे कपड़े पहनने चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा दिल जो कहता है, मैं वही करूंगी। मुझे इस बात की कोई फिक्र नहीं है कि धर्म के नाम पर कौन क्या बोलता है। आखिरकार यह मेरी जिंदगी है और मुझे कैसे जीना है, इसका मेरे पास पूरा अधिकार है। नए जमाने की भारतीय महिला को कैसे सशक्त होकर आगे कदम बढ़ाना है, इस बात की मुझे जानकारी है।
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