फरीदाबाद: बारिश हो जाए तो सड़कों पर पानी, धूप रहे तो सड़कों पर धूल, सड़क किनारे गंदगी का भण्डार और सड़क के किनारे ही सीवर ने निकाले गए गंदे पानी के टैंकर को खाली करना, जिस कारण सड़क पर चलने वाले हजारों लोगों को गंदे पानी की बदबू , ये कैसा स्मार्ट सिटी बन रहा है फरीदाबाद? बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एडवोकेट एलएन पाराशर ने रविवार शहर के कई हिस्सों का दौरा किया। वकील पराशर ने बताया कि डबुआ कालोनी के लेजर वैली पार्क के पास बड़ी मात्रा में कूड़े में आग लगाई गई थी और काफी दूर से आग का धुंआ दिखाई दे रहा था। वकील पाराशर ने कहा कि पार्क में सुबह हजारों लोग पहुँचते हैं लेकिन धुंए से लोग परेशान दिखे। उन्होंने कहा कि ये बड़ी लापरवाही है ऐसी लापरवाही के कारण शहर में प्रदूषण रिकार्ड बना चुका है।
वकील पाराशर ने कहा कि ऐसी ही लापरवाही एक और मुख्य सड़क पर दिखी जहां सीवर का गन्दा पानी सड़क के किनारे डाला जा रहा था और सड़क से गुजरने वाले गंदे पानी की बदबू से परेशान दिखे। उन्होंने कहा कि सीवर के पानी में केमिकल होता है और ये पानी सड़क के किनारे हरे पेड़ों के लिए भी घातक है और जहाँ पानी डाला जाता है वहां हरे पेड़ सूख जाते हैं। उन्होंने कहा कि शहर में प्रशासन नाम के चीज नहीं दिखती और किसी को प्रशासन का डर नहीं दिखता इसलिए कोई सड़क किनारे गंदा पानी डाल रहा है तो कोई पार्क के पास कूड़ा जला प्रदूषण फैला रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकारी ऐसे ही लापरवाही करते रहे तो फरीदाबाद जल्द स्मार्ट सिटी नहीं बन पायेगा।
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