नई दिल्ली: हमेशा भाजपा को लपेटने वाले हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता वेद प्रकाश विद्रोही जैसे लोग भी अब कांग्रेस को बार-बार आइना दिखा रहे हैं। प्रदेश के तमाम कांग्रेसी कार्यकर्ता अपनी पार्टी की गुटबाजी से दुखी हैं और विद्रोही ने आज सुबह यहाँ तक कहा कि हरियाणा कांग्रेस के कदम आत्महत्या की तरफ बढ़ रहे हैं।
कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का दर्द शायद कांग्रेस हाईकमान तक पहुँच गया है और 27 जून को हरियाणा के कांग्रेसी नेता कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने वाले हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद भी इस दौरान मौजूद रहेंगे।
Haryana Congress leaders to meet Congress President @RahulGandhi and State Incharge @ghulamnazad on 27 June. pic.twitter.com/ZUO8xP47KQ— Haryana Youth Congress (@Haryana_YC) June 24, 2019
माना जा रहा है कि इस मुलाक़ात के बाद कांग्रेस में कुछ बदलाव हो सकते हैं। कांग्रेस जल्द संगठन तैयार कर सकती है। कांग्रेस की कमान अशोक तंवर के पास ही रहेगी या बदलाव होगा इस पर भी विचार किया जाएगा। हाल में अफवाह उड़ी थी कि कुमारी शैलजा को कांग्रेस की कमान सौंपी जा सकती है। कुछ लोगों का कहना है कि हुड्डा परिवार भी कांग्रेस की कमान संभालने का इन्तजार कर रहा है। हाल में हरियाणा के एक मंत्री ने कहा कि हुडडा कांग्रेस को अलविदा कहने वाले हैं जिसका आज हुड्डा ने जबाब भी दिया।
Congress leader Bhupinder Singh Hooda on reports of BJP leader Krishan Bedi saying 'Hooda will leave Congress': Krishan Bedi, Anil Vij or Khattar sahab, they don't see anything else but Hooda, they even dream of me during the night. pic.twitter.com/ZhaVVpNiYE— ANI (@ANI) June 24, 2019
पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने भाजपा नेता कृष्ण बेदी के उस बयान का जबाब दिया जिसमे बेदी ने कहा था कि 10 दिनों के अंदर हुड्डा कांग्रेस छोड़ देंगे। हुड्डा ने कहा कि बेदी हों या विज या खट्टर उन्हें कुछ नहीं दिख रहा है। ये सब रात में मुझे सपने में देख रहे हैं। हरियाणा अब तक अपने सूत्रों की बात करे तो पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा कांग्रेस हाईकमान से नाराज हैं और लोकसभा चुनावों में हार के बाद हुड्डा गुट के तमाम विधायक और पूर्व विधायक भाजपा के खिलाफ कोई बयानबाजी नहीं की। अब तक खामोश हैं। बहुत ही बारीक सूत्रों की मानें तो हुड्डा इसलिए नाराज हैं क्यू कि वो लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे लेकिन हाईकमान ने जबरन उन्हें सोनीपत से उतारा और उस चक्कर में दीपेंद्र हुड्डा से रोहतक सीट छिन गई क्यू कि भूपेंद्र हुड्डा रोहतक में ज्यादा समय नहीं दे पाए और उन्हें और उनके समर्थकों को सोनीपत में भी प्रचार करना पड़ा।
हुड्डा गुट के नेता लोकसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद खामोश हैं। शायद ऊपर से कोई सन्देश मिला है या हो सकता है कि कुछ विधायक अमित शाह के संपर्क में हों और भाजपा की टिकट के जुआड़ में हों। कुछ तो हैं भी और हरियाणा अब तक को अपने सूत्रों से ही पता चला है कि कुछ कांग्रेसी नेता भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, कुछ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कुछ हरियाणा के सीएम मनोहर लाल से मिल भी चुके हैं।
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