फरीदाबाद: फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस के प्रत्याशी अवतार भड़ाना ने कल दावा किया था कि उन्होंने कई नाराज कांग्रेसियों को मना लिया है और इस चुनाव में कांग्रेस एक साथ है लेकिन सूत्रों की मानें तो कई कांग्रेसियो ने दिल से भड़ाना से हाँथ नहीं मिलाया है। आज सोशल मीडिया पर एक वीडियो वाइरल हुआ और ये वीडियो उस समय का है जब अवतार भड़ाना इनेलो में थे और विधानसभा चुनावों में वो इनेलो का प्रचार कर रहे थे। इस वीडियो को वो लोग सोशल मीडिया पर ज्यादा पोस्ट कर रहे हैं जो कांग्रेस से जुड़े हुए हैं जिसे देख लगता है कि कांग्रेस में अब भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
2014 का लोकसभा चुनाव अवतार भड़ाना ने कांग्रेस की टिकट पर लड़ा था लेकिन हार के बाद इनेलो में शामिल हो गए और विधानसभा चुनावों में इनेलो प्रत्याशियों का प्रचार करने लगे और यही बात फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के कई विधानसभा क्षेत्रों के कांग्रेसियों को खटक रही है। उस समय विधानसभा चुनावों में इनेलो को 2 सीटें मिलीं थीं जिनमे एक एनआईटी से तो दूसरी हथीन से और तिगांव, होडल, पलवल में कांग्रेस की जीत बहुत कम वोटों से हुई थी। अवतार ने इनेलो का साथ दिया था जिस कारण कांग्रेस को कई सीटें गंवानी पड़ीं थीं जिसकी तीस उन कांग्रेसी नेताओं के दिल में अब भी खटक रही है और इस चुनाव में वो दिल से शायद ही अवतार का साथ दें और सूत्रों की मानें तो जो नेता अवतार से बदला लेने का मौक़ा ढूंढ रहे थे उन्हें लग रहा है कि अब मौका मिल गया है। उधर तिगांव के विधायक ललित नागर टिकट छिनने से अवतार से काफी खफा हैं जो दिल से शायद ही अवतार का साथ दें।
फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में हुड्डा गुट के नेताओं की संख्या अधिक है और अवतार भड़ाना और भूपेंद्र सिंह हुड्डा में छत्तीस का आंकड़ा रहा है। वाइरल वीडियो में अवतार हुड्डा के दलालों की बात कर रहे हैं और 2014 की हार के बाद भी उन्होंने हुड्डा पर बड़ा सवाल उठाया था। अवतार ने उस समय कहा था कि यदि मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा तो लोकसभा जैसी स्थिति होगी। इसलिए उन्हें किसी भी सूरत में हुड्डा का नेतृत्व स्वीकार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने लोकसभा की तरह ही वरिष्ठ नेताओं को विधानसभा में हरवाने का इंतजाम कर लिया है।
यही नहीं अवतार भड़ाना ने उस समय पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा पर एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री ने सारी नौकरियां रोहतक में बांटी हैं इसलिए वह लोकसभा में सिर्फ अपनी सीट बचा पाए। जबकि उन्हें पूरे प्रदेश के लिए काम करना चाहिए था। भड़ाना ने आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने मिलकर अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को यहां पर ‘हुड्डा कांग्रेस’ बना दिया है।
अवतार ने हुड्डा पर आरोप लगाते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री ने यहां कांग्रेस को खत्म करने का काम किया है। यही सब बातें अब कांग्रेसी नेताओं को चुभ रहीं हैं। कांग्रेस छोड़ इनेलो फिर अवतार भाजपा में शामिल हो गए थे और उत्तर प्रदेश के मीरपुर से विधानसभा चुनाव लड़ा और विधायक बने लेकिन फिर वो कांग्रेस में आ गए और फरीदाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। विरोधियों से ज्यादा उन्हें अपनों से ही ख़तरा है।
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