फरीदाबाद 17 दिसंबर : राजनीति बड़ी कुत्ती चीज होती है और नेता राजनीति के चक्कर में दूर के क्या अपनों को भी भूल जाते हैं, अपनों के साथ दगाबाजी करते हैं, भाई भाई को लड़ा देते हैं, देश की जनता को जाति धर्म के नाम पर बाँट देते हैं, दंगे भी करवा देते हैं । आठ जनवरी को फरीदाबाद नगर निगम चुनाव होंगे जिसके लिए शहर से लगभग एक हजार लोग नगर निगम के पार्षद का सपना देख रहे हैं । सबसे बड़े सपने भाजपा वाले देख रहे हैं जिनकी संख्या तकरीबन चार सौ है लेकिन टिकट सिर्फ चालीश लोगों को मिलेगी । 360 की नींद उड़ेगी, इन सभी ने भाजपा की टिकट के लिए फार्म भरा है ।
ताजा जानकारी के मुताबिक नगेंदर भड़ाना को न्यू टाउन का विधायक बनाने वाले राकेश खटाना भी भाजपा के संभावित उम्मीदवारों में शामिल हैं और वार्ड दस से टिकट मांग रहे हैं । राकेश खटाना ने नागेन्द्र का साथ न दिया होता तो शिव चरण लाल शर्मा को भड़ाना कभी नहीं हरा पाते लेकिन विनाशकाले विपिरीत बुद्धि ,, जातिवाद के चक्कर में आकर शिव चरण के खास समर्थक राकेश भड़ाना ने अचानक पाला बदल लिया जिस कारण पंडित की हार हुई और भड़ाना जीत गए । स्थानीय लोगों का कहना है कि राकेश ने इस शर्त पर नागेन्द्र का साथ दिया था ताकि नगर निगम चुनावों में राकेश को नागेन्द्र का साथ मिले लेकिन अब उस वार्ड से राकेश की अनदेखी कर नागेन्द्र अपने भाई को मैदान में उतार रहे हैं । राकेश को बहुत बड़ा धोखा मिला है । सम्भव है राकेश वार्ड दस से चुनाव लड़ें , भाजपा टिकट दे या न दे,,,लेकिन सूत्रों की माने तो फरीदाबाद न्यू टाउन विधानसभा के लोग विधायक को आइना दिखाने वाले हैं,, हरियाणा अब तक के सूत्रों की बात करें तो पूरे प्रदेश का सबसे कमजोर विधायक नागेन्द्र भड़ाना है,,,,मेरे पाठकों को पता होगा कि राज्य सभा चुनावों में भाजपा के युवा मोर्चा के नेता यशवीर डागर बता चुके हैं कि विधायक ने राज्य सभा चुनावों में भाजपा को समर्थन देने के लिए सात करोड़ लिया । अब नागेन्द्र कुछ ट्रैक्टर ,,वगैरा निकालकर सफाई या अन्य अभियान चला रहे हैं तो उन्ही पैसों से?
ताजा जानकारी के मुताबिक नगेंदर भड़ाना को न्यू टाउन का विधायक बनाने वाले राकेश खटाना भी भाजपा के संभावित उम्मीदवारों में शामिल हैं और वार्ड दस से टिकट मांग रहे हैं । राकेश खटाना ने नागेन्द्र का साथ न दिया होता तो शिव चरण लाल शर्मा को भड़ाना कभी नहीं हरा पाते लेकिन विनाशकाले विपिरीत बुद्धि ,, जातिवाद के चक्कर में आकर शिव चरण के खास समर्थक राकेश भड़ाना ने अचानक पाला बदल लिया जिस कारण पंडित की हार हुई और भड़ाना जीत गए । स्थानीय लोगों का कहना है कि राकेश ने इस शर्त पर नागेन्द्र का साथ दिया था ताकि नगर निगम चुनावों में राकेश को नागेन्द्र का साथ मिले लेकिन अब उस वार्ड से राकेश की अनदेखी कर नागेन्द्र अपने भाई को मैदान में उतार रहे हैं । राकेश को बहुत बड़ा धोखा मिला है । सम्भव है राकेश वार्ड दस से चुनाव लड़ें , भाजपा टिकट दे या न दे,,,लेकिन सूत्रों की माने तो फरीदाबाद न्यू टाउन विधानसभा के लोग विधायक को आइना दिखाने वाले हैं,, हरियाणा अब तक के सूत्रों की बात करें तो पूरे प्रदेश का सबसे कमजोर विधायक नागेन्द्र भड़ाना है,,,,मेरे पाठकों को पता होगा कि राज्य सभा चुनावों में भाजपा के युवा मोर्चा के नेता यशवीर डागर बता चुके हैं कि विधायक ने राज्य सभा चुनावों में भाजपा को समर्थन देने के लिए सात करोड़ लिया । अब नागेन्द्र कुछ ट्रैक्टर ,,वगैरा निकालकर सफाई या अन्य अभियान चला रहे हैं तो उन्ही पैसों से?
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