यह जानकारी उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने दी। उन्होंने बताया कि सीईटी के परीक्षार्थी हेल्पलाइन नंबर पर अपने परीक्षा केंद्र तक जाने संबंधी (परिवहन संसाधन) पूर्ण विवरण दर्ज करवाएं। इसके आधार पर एक डाटाबेस तैयार किया जाएगा, जिसके अंतर्गत परीक्षार्थियों को सुगम यात्रा के लिए बेहतरीन नि:शुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि 26 व 27 जुलाई को कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) का आयोजन करवाया जा रहा है, जो कि दो शिफ्ट में होगी। इसके लिए लाखों युवाओं ने आवेदन किया है। पलवल के भी हजारों युवक-युवतियां सीईटी की परीक्षा देंगे, जिसके लिए उनके परीक्षा केंद्र फरीदाबाद और नूंह में बनाए गए हैं।
इन दोनों जिलों में परीक्षा देने के लिए जाने वाले पलवल के आवेदकों को जिला प्रशासन नि:शुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाएगा। इसके लिए हरियाणा रोडवेज की बसों के अलावा अन्य परिवहन संसाधनों की व्यवस्था भी करवाई जा रही है। इसके लिए जिला प्रशासन ने आवेदकों के लिए हेल्पलाइन नंबर 8221902102 जारी किया है।
उपायुक्त के अनुसार हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अथवा व्हाट्सऐप मैसेज करके सीईटी के परीक्षार्थी अपना विवरण(नाम, मोबाइल नंबर, परीक्षा की तिथि और शिफ्ट) दर्ज करवाएं। इस विवरण में विशेष रूप से परीक्षार्थी को अपने परीक्षा केंद्र तक जाने के लिए परिवहन संसाधन की सूचना दर्ज करवानी होगी।
भले ही परीक्षार्थी अपने निजी वाहन से अथवा एक वाहन को पूल करके परीक्षा देने के लिए जाये, उन्हें भी विवरण दर्ज करवाना चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में संबंधित परीक्षार्थियों को फौरन सहायता उपलब्ध करवाई जा सके। इसके अलावा अभ्यार्थी ऐप्लिकेशन के लिंक से ऐप को डाउनलोड करके अपना विवरण दर्ज करवा सकते हैं। यह परीक्षार्थियों की मदद और सुविधा के लिए है।
उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने बताया कि दिव्यांग परीक्षार्थियों को जिला प्रशासन आगे बढक़र मदद देगा। दिव्यांग परीक्षार्थी भी हेल्पलाइन नंबर पर अपना विवरण दर्ज करवा सकते हैं, जिसके आधार पर उन्हें घर द्वार पर ही परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए जिला के अधिकारियों-कर्मचारियों की विशेष रूप से ड्यूटी लगाई जाएगी।
साथ ही पलवल में परीक्षा देने के लिए आने वाले परीक्षार्थियों को भी जिला प्रशासन सहायता उपलब्ध करवाएगा। परीक्षार्थियों के लिए ठहरने की व्यवस्था के साथ परिवहन आदि सुविधाएं प्रदान की जाएगी। अन्य जिलों से आने वाले परीक्षार्थियों के लिए बस स्टैंड तथा रेलवे स्टेशन पर हैल्प डेस्क स्थापित किये जाएंगे। साथ ही जिला प्रशासन एवं पुलिस और विभागीय अधिकारी-कर्मचारी नियमित रूप से दौरा करते हुए परीक्षार्थियों को मदद देंगे।
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