फरीदाबाद- सर्दी में प्रदूषण और ट्रैफिक जाम, गर्मी में शहर में धूल ही धूल और बरसात में फरीदाबाद की कोई कालोनी हो या सेक्टर सड़कों पर तालाब जैसा नजारा रहता है। लोग एक कालोनी से दूसरी कालोनी या एक सेक्टर से दूसरे सेक्टर में आसानी ने नहीं आ जा सकते हैं क्यू कि भारी जलभराव के कारण ट्रक एवं ट्रैक्टर जैसे वाहन ही सड़कों पर चल पाते हैं और हाल के मानसून सीजन में तो कई ट्रकें और ट्रैक्टरों ने भी फरीदाबाद की सड़कों पर चलने से मना कर दिया और जगह-जगह ट्रक और ट्रैक्टर फंसे दिखे। मानसून सीजन का लाइव वीडियो हमने दिखाया था और पाश क्षेत्र कहे जाने वाले ओल्ड फरीदाबाद विधानसभा के सेक्टर 15-16 का हाल बहुत बुरा था। मुख्य जज और जिला अधिकारी के घर के सामने वाली सड़क पर चलना मुश्किल था।
जिस शहर में हर मौसम में समस्याओं का अम्बार हो उस शहर के बारे में लोग सवाल उठाते हैं और यही कारण है कि फरीदाबाद को फिर फकीराबाद कहा जाने लगा और नगर निगम को नरक निगम कहने लगे शहर के 90 फीसदी लोग। कमियां नगर निगम की भी थीं। कई सौ करोड़ रूपये डकार गए कुछ भ्रष्ट और कागजों पर शहर का विकास दिखा दिया जबकि जमीन पर काम हुआ ही नहीं। पार्षद दीपक चौधरी ने आवाज उठाया और जाँच शुरू हुई तो निगम दफ्तर में आग लग गई। अब तक जांच अपने मुकाम पर नहीं पहुँची।
फरीदाबाद के जिला अधिकारी रहे आईएएस यशपाल यादव नगर निगम के कमिश्नर बने और उन्होंने हाल में एक बड़ा अभियान चलाया और शहर को स्वच्छ और अतिक्रमण मुक्त करने का आह्वान छेड़ दिया। तीन दिन पहले तक शहर का हर अवैध अतिक्रमणकारी नगर निगम के नाम से कांपता था लेकिन हाल के इन दिनों में फिर अतिक्रणकारियों के हौसले न जाने कैसे बुलंद हो गए। तीन दिन पहले जो सड़कें अवैध अतिक्रमण से पूरी तरह से मुक्त थीं उन सड़कों पर इस समय भी सैकड़ों अवैध दुकानें लगी हैं।
निगमायुक्त कुछ दिनों के लिए लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी गए थे। ऐसे में अवैध अतिक्रमणकारियों से सोंचा कि हो गया जो होना था लेकिन यूपी से वापसी के बाद नगर निगम कमिश्नर यशपाल यादव आज सड़क पर उतर गए और अभी कुछ देर पहले एक नंबर में पैदल घुमते दिखे।
अपने स्टाफ के साथ निगमायुक्त यादव अपने आवास से पैदल तिकोना पार्क पहुंचे जहाँ व्यापार मंडल के दफ्तर के बाहर सैकड़ों रेहड़ी पटरी वाले पहुँच गए और भारी भीड़ हो गई। इस वजह से निगमायुक्त एक नंबर की बाजार में चाहते हुए भी नहीं जा सके। कुछ छुटभैय्या नेताओं ने यशपाल यादव के अरमानों पर पानी फेर दिया। व्यापर मंडल दफ्तर में सैकड़ों लोग मौजूद थे और इस मौके पर निगमायुक्त ने अपना इरादा जाहिर करते हुए कहा कि मैं उन लोगों का धन्यवाद करने आया था जिन्होंने अवैध अतिक्रमण हटा लिया है लेकिन वो लोग अब कदापि नहीं छोड़े जाएंगे जिन्होंने अब तक बाजारों में अतिक्रमण किया है। उनके चालान काटे जाएंगे। उनके अतिक्रमण को ढहाया जाएगा।
निगमायुक्त ने फिर दोहराते हुए कहा कि 31 दिसंबर याद है ना,
नगर निगम कमिश्नर के आज के तेवर देखते हुए लगा कि कल से सफाई अभियान और तेज होगा और अवैध अतिक्रमणकारियों पर अब निगम का चाबुक चलेगा। छुटभैय्ये नेताओं की अब नहीं चलेगी क्यू कि कई वर्षों से फरीदाबाद का हाल बेहाल है, कभी प्रदूषण में प्रथम स्थान मिल रहा है तो कभी अन्य क्षेत्र में, आज शाम व्यापार मंडल के दफ्तर के बाहर जो हुआ उसे देखते हुए लगता है कि अब निगम कमिश्नर यशपाल यादव बिना किसी को सूचित किये शहर की तमाम बाजारों में निजी वाहन से चुपचाप पहुंचेंगे और जिन बाजारों में अब तक अवैध अतिक्रमण जिस दुकानदार ने किया है उसके घर सीधा चालान पहुंचेगा।
वैसे तीन दिन पहले तक निगमायुक्त यशपाल यादव की शहर के 87 % लोग तारीफ़ कर रहे थे। तीन दिनों में कुछ अच्छा नहीं हुआ , फिर सड़कें अवैध अतिक्रमण करने वालों से भर गईं। लोग कहने लगे टांय, टांय फ़स हो गया सफाई अभियान लेकिन आज यशपाल यादव के तेवर को देख लगा कि फरीदाबाद सच में स्वच्छ होगा और इंदौर पर भारी पड़ सकता है।
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