पलवल, 10 नवंबर। पलवल जिला के अंतर्गत टिकरी ब्राह्मïण गांव में लिंगानुपात की स्थिति बेहद सुखद व उत्साहवद्र्घक है, जहां अब प्रति 1000 लडक़ों के मुकाबले 1165 लड़कियां है। एसडीएम वैशाली सिंह ने यह जानकारी देते हुए गांव की प्रतिभाशाली बेटियों को डेढ़ लाख रुपये की ईनाम राशि से सुशोभित किया।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रसव पूर्व लिंग जांच व कोख में ही कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसके तहत ही सर्वाधिक लिंगानुपात वाले गांव की मेधावी बेटियों को पुरस्कृत भी किया जाता है।
इस वर्ष यह पुरस्कार टिकरी ब्राह्मïण गांव की बेटियों को मिला है। पुरस्कार समारोह का आयोजन तिरू श्री गार्डन में बुधवार को किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में एसडीएम वैशाली सिंह ने गांव की बेटी वंदना को प्रथम पुरस्कार के रूप में 75 हजार रुपये तथा कविता को 45 हजार रुपये और सपना को 30 हजार रुपये की राशि के चैक भेंट करते हुए बधाई दी।
एसडीएम वैशाली सिंह ने कहा कि टिकरी ब्राह्मïण गांव में बेटों से भी अधिक संख्या में सुरक्षित रूप में बेटियां जन्म ले रही हैं। यह अनुकरणीय है। हर गांव में यह स्थिति होनी चाहिए। इसके लिए सरकार ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि बेटियों को कोख में ही मारने की घटनाएं समाज के माथे पर कलंक है, जिसे एकजुट प्रयासों से ही धो सकते हैं।
आज के दौर में भी बेटा-बेटी में भेद करने की घटनाएं देखने को मिलती हैं जो बहुत निराशाजनक हैं। बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं है। बेटियों को बेटों के समान अवसर मिलना चाहिए।
इस मौके पर सिविल सर्जन डा. ब्रह्मïदीप ने कहा कि टिकरी ब्राह्मïण गांव ने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को अब साकार रूप मिल रहा है, जिसकी शुरुआत हरियाणा की धरती से ही की गई थी। उन्होंने बेटियों को प्रोत्साहित किया कि वे लगातार आगे बढ़ती रहें। शिक्षा के साथ बेटियों को खेलों में भी बढऩा चाहिए। साथ ही उन्होंने राष्टï्र सेवा का संदेश दिया। इस अवसर पर एसएमओ डा. दुष्यंत, डा. पंकज, डीईओ अशोक बघेल आदि मौजूद थे।
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