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जब मित्रों का कर्ज़ माफ़ करते हो, तो देश के अन्नदाता का क्यूँ नहीं? -राहुल गांधी

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नई दिल्ली- 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुना करने का केंद्र सरकार ने वादा किया है और लगभग पांच महीने बाद 2022 शुरू हो जाएगा। अब ताजा जानकारी के मुताबिक देश के किसानों पर इस समय 16.8 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है।  सरकार ने संसद में किसानों के कर्ज से जुड़ा पूरा डाटा भी पेश किया, जिसमें सभी राज्यों के किसानों पर कर्ज का लेखा-जोखा मौजूद है। इस दस्तावेज के मुताबिक सबसे ज्यादा कर्ज में डूबे किसान वाले राज्यों में तमिलनाडु सबसे ऊपर है। तमिलनाडु के किसानों पर 1.89 लाख करोड़ का कर्ज है। 

राज्यवार कर्जदार किसानों की संख्या और उन पर कर्ज (करोड़ों में)

इन 5 राज्यों के किसानों पर सबसे ज्यादा बैंक ऋण

तमिलनाडु- 189623.56 करोड़ का बैंक ऋण

आंध्र प्रदेश- 169322.96 करोड़ का बैंक ऋण

उत्तर प्रदेश- 155743.87 करोड़ का बैंक ऋण

महाराष्ट्र- 153658.32 करोड़ का बैंक ऋण

कर्नाटक- 143365.63 करोड़ का बैंक ऋण


इन 5 राज्यों में सबसे अधिक किसानों पर है बैंक ऋण

तमिलनाडु- 1,64,45,864 किसानों पर बैंक ऋण

उत्तर प्रदेश- 1,43,53,475 किसानों पर बैंक ऋण

आंध्र प्रदेश- 1,20,08,351 किसानों पर बैंक ऋण

कर्नाटक- 1,08,99,165 किसानों पर बैंक ऋण

महाराष्ट्र- 1,04,93,252 किसानों पर बैंक ऋण


इन 5 प्रदेशों के किसानों पर सबसे कम बैंक ऋण

दमन और दीव- 40 करोड़ का बैंक ऋण

लक्षद्वीप- 60 करोड़ का बैंक ऋण

सिक्किम- 175 करोड़ का बैंक ऋण

लद्दाख- 275 करोड़ का बैंक ऋण

मिजोरम- 554 करोड़ का बैंक ऋण


इन 5 राज्यों में सबसे कम किसानों पर बैंक ऋण

दमन और दीव- 1,857 किसानों पर कर्ज

लक्षद्वीप- 17,873 किसानों पर कर्ज

सिक्किम- 21,208 किसानों पर कर्ज

लद्दाख- 25,781 किसानों पर कर्ज

दिल्ली- 32,902 किसानों पर कर्ज

इस मुद्दे पर अब कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा है और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर लिखा है कि जब मित्रों का कर्ज़ माफ़ करते हो, तो देश के अन्नदाता का क्यूँ नहीं? किसानों को कर्ज़-मुक्त करना मोदी सरकार की प्राथमिकता नहीं है। ये सरासर अन्याय है।

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