Faridabad Assembly

Palwal Assembly

Faridabad Info

न सौ पढ़ा न एक प्रतापगढ़ा, और अगर ये पढ़ा तो? जाने कैसे चटा दी हमने अयोध्या के ठगों को धूल 

India-Sps-News
हमें ख़बरें Email: psrajput75@gmail. WhatsApp: 9810788060 पर भेजें (Pushpendra Singh Rajput)

नई दिल्ली - सोशल मीडिया पर कल से अयोध्या छाया हुआ है और विपक्षी पार्टियां बड़े आरोप राम मंदिर ट्रस्ट पर लगा रहीं हैं। सुप्रीम कोर्ट से 9 नवंबर 2019 को श्रीराम जन्मभूमि के पक्ष में आए फैसले के बाद केंद्र सरकार द्वारा गठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पहली बार भूखंड खरीद को लेकर विवादों से घिरा है। विपक्षी नेताओं ने  हरीश कुमार पाठक उर्फ बाबा हरिदास व पत्नी कुसुम पाठक के जरिए दो करोड़ में भूखंड  गाटा संख्या  243,  244 और 246 रकबा 12080 वर्ग मीटर  यानी 129980.8 वर्ग फिट को सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी को बेचने के 10 मिनट बाद 18:50 करोड़ में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को बेचकर बड़े घोटाले का संगीन आरोप लगाया है। सत्तापक्ष कुछ और कह रहा है और विपक्षी नेताओं को झूंठा बता रहा है। 

अयोध्या को लेकर बवाल इसलिए मचा है कि 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव है और देश के बड़े सट्टेबाज अभी से यूपी में सक्रीय हैं और कहा जा रहा है कि इस चुनाव पर एक लाख  करोड़ से ज्यादा का सट्टा लग सकता है। फिलहाल सट्टेबाजों के सूत्रों ने विपक्ष को हैरान कर दिया होगा क्यू कि सट्टेबाज इस समय यूपी में फिर भाजपा सरकार बनने का दावा कर रहे हैं और कहा जा रहा है कि भाजपा को 220 सीटें मिल सकतीं हैं। सट्टेबाजों की मानें तो कांग्रेस वहाँ काफी कमजोर है और बसपा के पास भी अब अधिक नेता नहीं रहे, सपा की सीटें पहले से ज्यादा बढ़ सकती हैं। कांग्रेस और बसपा की कमजोरी का फायदा आम आदमी पार्टी उठाना चाहती है इसलिए आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद अयोध्या के तथाकथित घोटाले का मुद्दा जमकर उछाल रहे हैं ताकि प्रदेश में मशहूर हो जाएँ। 

अब बात करते हैं अयोध्या के कुछ ठगों की। आपको बता दें कि कुछ ठग देश के तकरीबन हर ऐतिहासिक स्थल पर मौजूद हैं और भीड़ तंत्र का फायदा उठाते हैं। यही नहीं देश में राम राम की लूट ठग नहीं कुछ नेता भी कर रहे हैं। देश में एक दोहा बहुत प्रचलित है। दोहा: राम नाम की लूट है, लूट सके तो लूट । अंत समय पछतायेगा, जब प्राण जायेंगे छूट ॥

तमाम नेता राम के नाम पर सत्ता हासिल कर बड़ा खेल खेल रहे हैं और 7 क्या उनका 14 पुश्तों के राशन पानी का जुआड़ हो गया है। 7 साल में अथाह प्रापर्टी के मालिक बन गए हैं। उन पर शायद बेनामी संपत्ति का क़ानून लागू नहीं हुआ है। बड़ा गड़बड़झाला हो रहा है। राम और मोदी न होते तो ऐसे नेता पार्षद भी न बन पाते लेकिन कई तो मंत्री  चुके हैं। 

अयोध्या के ठगों की बात करें तो 22 नवम्बर 2019 को मैं अपने फरीदाबाद के कुछ दोस्तों के साथ अयोध्या राम लला के दर्शन करने गया था जो टेंट में रहते थे। पुराने दोस्तों को पता होगा कि सरयू नहीं के पुल से हमने कुछ मिनट का वीडियो लाइव दिखाया था और जब मैं लाइव वीडियो बना रहा था तभी हमारे पास कुछ लोग आ गए और उन्होंने कहा कि हम आपको पूरे अयोध्या का दर्शन करवा देंगे। एक ने प्रति व्यक्ति 100 रूपये मांगे तो एक 50 पर आ गया। हमने सोंचा चार लोग हैं 200 रूपये में अयोध्या का दर्शन करवा रहा है। 

हमने उस व्यक्ति को अपनी गाड़ी में बैठा लिया और वो हमें बताता रहा कि इधर चलो, उधर चलो, वो पहले हमें किसी मंदिर में ले गया और बोला ये बहुत ही ऐतिहासिक स्थान है। 7 चक्कर लगाओ फिर दर्शन करो और मुँह माँगी मुराद पानी है तो प्रति व्यक्ति हजार दो हजार चढ़ा देना। मेरा माथा उसी समय ठनक गया। जल्दीजल्दी में मैंने 7 चक्कर लगा लिए और मैं और अन्य दोस्तों ने वहां 100-100 रूपये चढ़ा दिए। 

इसके बाद हमने देखा कि हमें वहां ले जाने वाला व्यक्ति मंदिर के पीछे जाता है एक एक व्यक्ति से पूंछता है कि जिन्हे हम लाये थे उन्होंने कितना चढ़ाया। उसे उस मंदिर के संचालक ने कहा कि लागत है ये सारे बहुत ही कंजूस हैं और 400 रूपये ही चढ़ाया। हमें वहां ले जाने वाले ने मंदिर के प्रबंधक से 200 रूपये ले लिया, हमारा भी बचपन अयोध्या के पास के प्रतापगढ़ में बीता है इसलिए मैं उनकी भाषा समझ गया। इसके बाद वो व्यक्ति हम लोगों को एक और जगह ले गया और बोला ये सीता रसोई है। यहाँ हजारों लोगों का भोजन बनता है। आप लोग अपनी श्रध्दा के अनुसार यहाँ एक बोरी आटा या उसके पैसे, 10 बोरी आटा या उसके पैसे या एक से 10 बोरी चावल दान कर दें, भगवान् राम आप सबकी हर मनोकामना पूरी करेंगे। 

वहाँ न मैंने न हमारे किसी दोस्त ने कोई दान किया क्यू कि दोपहर के लगभग दो बजे थे और हमें वहाँ मौजूद सभी पतीले खाली दिखे। उस समय हमारे दोस्तों को भूख भी लग गई थी। लेकिन किसी पतीले में अन्न का एक भी टुकड़ा नहीं दिखा। इसके बाद हमें वहाँ ले जाने वाले ने ऐसा मुँह बनाया जो देखने लायक था। वो हमें वहाँ से लेकर बाहर निकला। मैंने उससे कहा कि हम राम लला के दर्शन के लिए आये हैं आप हमें वहां ले चलें। यहाँ वहां क्यू घुमा रहे हैं। उसने कहा कि अब हम आपको वहीं ले चल रहे हैं। मेरे पीछे-पीछे आओ, हम सब उसके पीछे चलने लगे और वो हमें एक और मंदिर में ले गया। 

वो हमें जिस मंदिर में ले गया वहाँ तो भक्तों की लाइन लगी थी। काफी देर बाद हमारा नंबर आया और हमे एक बड़े हाल में ले जाया गया। वहां हम लोगों को एक रजिस्ट्रर पकड़ाया गया और कहा गया कि अभी यहाँ एक बाबा प्रकट होंगे जो कई दशक से राम मंदिर के लिए तपस्या कर रहे हैं। आप लोग राम मंदिर निर्माण के लिए अपना योगदान दें और 11000 या 51000 या एक लाख एक हजार देना है इस रजिस्टर में लिख दें। उसके बाद एक बाबा थोड़ी ऊंचाई पर प्रकट हुआ। मुझे हरियाणा के एक बाबा रामपाल की याद आ गई जो भक्तों को लूटने के लिए लिफ्ट से नीचे ऊपर आता था। मीडिया के क्षेत्र में काफी पुराने होने के कारण मैं रामपाल के कारनामों की तमाम ख़बरें लिख चुका हूँ, इसलिए उस आसमानी बाबा को मैं रामपाल समझ बैठा और न मैंने वहां चवन्नी दी न दोस्तों को देने दिया और मैंने अपने दोस्तों से कहा कि हम किसी ठग के चक्कर में आ गए हैं, यहाँ से बाहर निकालो, हम सब तुरंत वहाँ से बाहर निकल आये, दलाल ठग हमें देखता रहा। बाहर निकलने के बाद मैंने वहाँ के एक दुकानदार से पूंछा कि रामलला के दर्शन करना है कहाँ और किस रास्ते से जाएँ तो दुकानदार ने अच्छा रास्ता बता दिया और हम सबने राम लला का टेंट में दर्शन कर लिया। 

हरियाणा अब तक के पाठकों आपको बता दें कि हमारी गाड़ी हरियाणा नंबर की है क्यू कि हम हरियाणा में रहते हैं, उस ठग ने सोंचा कि मोटा मुर्गा मिल गया है दूसरे प्रदेश का इसलिए हलाल करने का प्रयास किया, हम चार दोस्तों में तीन प्रतापगढ़िया थे और प्रतापगढ़ के के बारे में ऐतिहासिक कहावत है कि ” न सौ पढ़ा न एक प्रतापगढ़ा, और अगर ये पढ़ा तो भगवान् से भी जा बढ़ा ” इस चक्कर में अयोध्या के ठग हम पर हावी नहीं हो पाए। 

फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

India News

Post A Comment:

0 comments: