चंडीगढ़ - किसान आंदोलन के 100 दिन और आज केएमपी जाम लगभग सफल रहा। हरियाणा की बात करें तो जजपा नेता दुष्यंत चौटाला अब भी उचाना नहीं जा रहे हैं। वहाँ के विकास की समीक्षा उन्होंने चंडीगढ़ से की जिसे देख लगता है कि जजपा के लिए आगे सब कुछ कुछ ठीक नहीं है। दुष्यंत का चुनावी वादा 75 फीसदी आरक्षण पूरा हुआ लेकिन कहा जा रहा है कि प्रदेश में नौकरियाँ ही नहीं हैं। विपक्ष का कहना है कि किसान आंदोलन से ध्यान भटकने के लिए आरक्षण को लागू किया गया।
जजपा के लिए आज एक बुरी खबर आई और झज्जर अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रधान और दशकों तक इनेलो/JJP परिवार में रहे चाँद पहलवान ने आज अपने अनेकों साथियों के साथ JJP छोड़ दी और कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेसी नेताओं का दावा है कि ये तो शुरुआत है। जजपा के कई बड़े नेता भी जल्द पार्टी छोड़ कांग्रेस में आएंगे। इस मौके पर राज्य सभा सांसद दीपेंदर सिंह हुड्डा, पूर्व मंत्री एवं विधायक गीता भुक्कल, विधायक कुलदीप वत्स मौजूद रहे।
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