चंडीगढ़, 25 जनवरी- कोविड-19 वैक्सीन शुभारंभ के पहले चरण के प्रभावी क्रियान्वयन को आगे बढ़ाते हुए हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने 25 जनवरी, 2021 को कोविड-19 टीकाकरण दिवस के रूप में मनाया। इसके तहत आज स्वास्थ्य विभाग ने 33,215 हेल्थ केयर वर्कर्स (एचसीडब्लयू) को कोविड-19 वैक्सीन लगाई है।
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने स्वास्थ्य विभाग को कोविड-19 वैक्सीनेशन के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए बधाई देते हुए कहा कि विभाग के लगातार प्रयासों के कारण यह संभव हो पाया है।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण कवरेज में हरियाणा अग्रणी राज्यों में से एक है। जिसमें स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों को 30,000 से अधिक टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया था। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही संतोष की बात है कि हरियाणा ने 25 जनवरी, 2021 तक 30,000 के निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध 33,215 कर्मियों को टीके लगाए हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा सभी पंजीकृत हेल्थ केयर वर्कर्स (एचसीडब्ल्यू) के कोविड-19 टीकाकरण को पूरा करने के लिए तैयार है, सिवाय उन लोगों के जिन्हें दिशानिर्देश के अनुसार टीका नहीं लगाया जा सकता है (गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं, जिन्हें किसी वैक्सीन से एलर्जी है)।
इस प्रकार, आज तक, हरियाणा ने 1,05,401 स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों का टीकाकरण किया है। आने वाले कुछ दिनों में सभी पंजीकृत और पात्र लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा।
कोविड-19 के टीकाकरण की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा करते हुए श्री अरोड़ा ने कहा कि राज्य कोविड-19 महामारी को प्रभावी ढंग से संभाल रहा है और आवश्यकता के अनुसार चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि शुरू में कोविड-19 की पुष्टि के लिए कोई प्रयोगशाला परीक्षण सुविधा नहीं थी और सभी नमूनों को आरटी-पीसीआर परीक्षण के लिए पुणे भेजा जाता था। समय की आवश्यकता के अनुसार तेजी से कार्य करते हुए हरियाणा ने आरटी-पीसीआर परीक्षण प्रयोगशालाओं को अधिकांश जिला अस्पतालों और सभी मेडिकल कॉलेजों में प्राथमिकता के आधार पर स्थापित किया। उन्होंने कहा कि सरकारी प्रयोगशालाओं के अलावा, स्वास्थ्य विभाग ने कई निजी प्रयोगशालाओं को परीक्षण करने के लिए प्राधिकृत किया।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में कोरोना संक्रमित रोगियों के इलाज के लिए पर्याप्त कोविड अस्पताल हैं और सभी अस्पताल ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर से सुसज्जित हैं। इसके अलावा, हरियाणा के नागरिकों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग ने हेल्पलाइन भी स्थापित की। उन्होंने बताया कि राज्य ने टेली-कॉलिंग के माध्यम से आइसोलेट मरीजों हेतू ट्रैकिंग प्रणाली विकसित की है, साथ ही उन मरीजों के घर का विजिट किया जा रहा है जिन्हें परामर्श की आवश्यकता है। इसके परिणामस्वरूप हरियाणा की रिकवरी दर 98.31 प्रतिशत है, जबकि मृत्यु दर 1.1 प्रतिशत है और संक्रमितों का दोगुना समय 112 दिन है।
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