नई दिल्ली- किसान आंदोलन को लेकर कल हरियाणा में काफी कुछ नया देखने को मिल सकता है। आज अंबाला में इकट्ठे हुए किसान दो जिलों के बैरीकेड्स तोड़ कुरुक्षेत्र से आगे बढ़ चुके हैं। हरियाणा पुलिस हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है क्यू कि प्रदेश में 6 वर्षों में तीन बड़े काण्ड में कई दर्जन लोगों की जान जा चुकी है। किसान आंदोलन को कांग्रेस और इनेलो का साथ मिला है। कल का दिन काफी अहम् है क्यू कि बड़ी जानकारी सूत्रों से मिल रही है कि पंजाब के दो लाख किसान दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं।
पंजाब भवन में भारतीय किसान युनियन एकता उगराहां के प्रदेश प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों को बताया कि पंजाब से 960 बसें, 2400 ट्रैक्टर-ट्रालियां, 20 पानी के टैंकर और 23 अन्य वाहन इस काफिले में शामिल होंगे। पंजाब के किसान के दिल्ली कूच को देखते हुए हरियाणा सरकार अलर्ट हो गई है। पंजाब और दिल्ली से लगती राज्य की सीमा पर पुलिस की सख्ती बढ़ा दी गई है। फतेहाबाद में रतिया-सरदूलगढ़ रुट पर गांव नागपुर के पास नाका लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया है, जबकि टोहाना में भी नाके पर पुलिस तैनात कर दी गई। पंजाब के दो लाख किसान अगर कल सड़क पर उतरे तो नजारा कुछ और होगा इसलिए पंजाब से सटे हरियाणा के जिलों की पुलिस को सतर्क रहने को कहा गया है और कई जिलों में ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी नियुक्त कर दिए गए हैं।
पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और कृषि अध्यादेशों के खिलाफ कैप्टन सरकार किसानों के साथ खड़ी है इसलिए कल का दिन बेहद ख़ास है। यही नहीं कृषि अध्यादेशों के खिलाफ केंद्रीय भाजपा मंत्रिमंडल से स्तीफा देकर अकाली दल बादल भी किसानो के साथ है। हरियाणा के तमाम किसान नेता हिरासत में हैं लेकिन कल कई जिलों के किसान सड़क पर उतर सकते हैं ,ट्रेड युनियन के लोग भी किसानो के साथ दिख सकते हैं और ट्रेड यूनियनों ने कल हड़ताल का एलान कर रखा है। पुलिस और हरियाणा सरकार के लिए अहम् है। सावधानी हटी तो कोई दुर्घटना घट सकती है।
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