नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के मुंशीगंज कोतवाली क्षेत्र के त्रिलोकपुर गांव का एक मामला कल से चर्चाओं में है। इस गांव में किसी पिता ने अपने कलेजे के टुकड़े को एक बैग में रख दिया और चला गया। एक इमोशनल पत्र भी बैग में मिला। बैग में सर्दियों के कपड़े, जूता, जैकेट, साबुन, विक्स, दवाएं और 5 हजार रुपए भी रखे थे। बच्चा 5 महीने का था। चर्चाएं हैं कि आखिर उस पिता की ऐसी क्या मजबूरी थी जिसे अपने बच्चे को इस तरह छोड़कर जाना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक़ त्रिलोकपुर निवासी आनंद ओझा के घर के सामने मंगलवार सुबह एक बैग रखा मिला। लोगों का ध्यान जब तक बैग पर गया उसमें से बच्चे के रोने की आवाज आने लगी। आनंद के परिवार वालों ने बैग खोला तो उसमें पांच-छह माह का एक बच्चा मिला। बैग में अंग्रेजी में लिखा एक पेज का एक खत भी मिला। खत में लिखा गया है कि मेरे बेटे को 5-6 महीने पाल लो, मैं हर महीने पैसे दूंगा। पत्र लिखने वाले ने कारण बताया कि बेटे पर खतरा है। ओझा ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस बच्चे के पिता की तलाश कर रही है। फिलहाल बच्चा आनंद के घर ही है। आस-पास के लोग बच्चे को देखने पहुँच रहे हैं।
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