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हाथरस (उ.प्र.) गैंगरेप काण्ड व हत्या के खिलाफ जनसंठनों ने किया विरोध प्रदर्शन

Protest-In-Bhiwani
हमें ख़बरें Email: psrajput75@gmail. WhatsApp: 9810788060 पर भेजें (Pushpendra Singh Rajput)

भिवानीः 1.10.2020 -हाथरस (उ.प्र.) गैंगरेप काण्ड व हत्या के खिलाफ देशव्यापी काला दिवस मनाने के एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) के आह्वान पर आज यहां ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन, एआईडीवाईओ व एआईडीएसओ  ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि हाथरस (उ.प्र.) गैंगरेप काण्ड व हत्या के दोषियों को उदाहरणमूलक सजा दी जाए। महिलाओं से रेप, गैंगरेप, हत्या, छेड़खानी आदि बढ़ते अपराधों पर रोक लगाई जाए। अश्लीलता व नशाखोरी फैलाना बंद किया जाए। महिलाओं- छात्राओं की सुरक्षा की गारंटी की जाए। 

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जाहिर करते हुए युवा नेता संदीप मेहरा ने कहा कि  हाथरस (उ.प्र.) में खेतों में घास खोदने गई युवती से गेंगरेप और दरिंदगी की वीभत्स घटना  ने एक बार फिर देश को शर्मसार कर दिया है। कथित तौर पर आरोपियों द्वारा 19 साल की पीड़िता के साथ जैसी बेइन्तहा हैवानियत की गई है वैसी तो कोई जानवर भी नहीं कर सकता है।  हद हो गई है कि ऐसी जघन्य घटना की FIR दर्ज कराने के लिए भी पीड़िता और परिजनों को कई दिनों तक थाने के चक्कर लगाने पड़े।  पुलिस की संवेदनहीनता खत्म नहीं हो रही है।  उन्होंने कहा कि अश्लीलता और नशा परोसा जा रहा। इससे अपराध बढ़ रहे हैं। इनकी रोकथाम होनी चाहिए।

छात्रा ईशा ने कहा कि छात्राएं, महिलाएं और बच्चियां असुरक्षित महसूस कर रही हैं। बेटियों की सुरक्षा की गारंटी नहीं है। इस जघन्य घटना से  समाज के संवेदनशील और न्यायप्रिय छात्रों, नौजवानों व महिलाओं में बेहद रोष व्याप्त है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सरकार तत्परता से ठोस कदम उठाए।

हाथरस की बेटी से दुष्कर्म की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए आल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन की जिला प्रधान श्रीमती बिमला ने कहा कि यह एक अमानवीय कृत्य है। यह जघन्य घटना देश में कोई अकेली और पहली घटना नहीं है, बल्कि ये बार-बार दोहराई जा रही हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जन्मजात कोई बलात्कारी नहीं होता है। वह अपसंस्कृति और गंदे माहौल की देन है। पुलिस अपराधियों को पकड़ने और अपराधों की रोकथाम करने की बजाय अपराधियों को संरक्षण देने में तत्पर है। उन्होंने सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों में पतन को रोकने के लिए गंदे माहौल के खिलाफ जोरदार सांस्कृतिक आन्दोलन छेड़ने पर बल दिया।

प्रदर्शनकारियों को महिला संगठन की जिला सचिव मिन्टू बाला के अलावा एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) के जिला सचिव राजकुमार जांगड़ा, रामफल और राजकुमार बासिया ने भी सम्बोधित किया।  कार्यक्रम में दो मिनट का मौन रखकर दुष्कर्म की शिकार हुई मृतका को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
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