नई दिल्ली: भारतीय सिस्टम पर राजनीति हावी है और आज मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार की सोशल मीडिया पर छीछालेदर हो रही है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर की गई टिप्पणी के मामले में पत्रकार अर्नब गोस्वामी से लगभग 10 से पूंछतांछ चल रही है जबकि उन पर और उनकी पत्नी पर हमला करने वालों को जमानत मिल गई है। कहा जा रहा है कि उद्धव ठाकरे ये सब सोनिया गांधी के इशारे पर करवा रहे हैं और उन्ही के कहने से पत्रकार अर्नब गोस्वामी को मुंबई पुलिस प्रताड़ित कर रही है। सोशल मीडिया पर लोग मुंबई पुलिस को जमकर घेर रहे हैं। कुछ लोगों का ये भी कहना है कि पुलिस का कोई कसूर नहीं है ये सब सोनिया गांधी के आदेश पर उद्धव ठाकरे करवा रहे हैं।
कुछ लोगों का कहना है कि हम में पालघर में महाराष्ट्र पुलिस ने जानबूझकर दो साधुओं को मरवाया और पुलिस चाहती तो साधुओं को बचा सकती थी। लोग वायरल वीडियो का हवाला दे रहे हैं जिसमे पुलिसकर्मी साधुओं का हाथ छोड़ देते हैं और भीड़ साधुओं को बुरी तरह से पीटने लगती है और जान ले लेती है। लोगों का कहना है कि महाराष्ट्र में उद्धव नहीं कांग्रेस का राज चल रहा है इसलिए सब कुछ उल्टा हो रहा है। पुलिस साधुओं की हत्या करवाती है और एक टिप्पणी पर एक नामी टीवी चैनल के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी से घंटों पूछताछ की जा रही है। लोग सिस्टम को भ्रष्ट और राजनीति का गुलाम बता रहे हैं।
कुछ लोगों का ये भी कहना है कि अर्नब ने सोनिया गांधी का इटली वाला नाम लिया था लेकिन कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला तो सैकड़ों बार उत्तर प्रदेश के सीएम योगी को अजय सिंह बिष्ट बोल चुके हैं। अगर अर्नब ने इटली वाला नाम लेकर गुनाह किया है तो सुरजेवाला ये गुनाह कई बार कर चुके हैं। लोगों का कहना है सब कुछ राजनीती से प्रेरित है। महाराष्ट्र पुलिस उद्धव के दबाव में काम कर रही है और उद्धव ठाकरे सोनिया गांधी के दबाव में। पालघर का एक नया वीडियो आया है। तमाम पुलिसकर्मी मौके पर हैं और साधुओं को नहीं बचा सके। इसलिए पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं।
@sudhirchaudhary पालघर का नया विडियो आया है 6 police man clearly shown. pic.twitter.com/7LPrxqSNEj— Sanjeev kumar (@Sanjeev0968) April 27, 2020
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