चंडीगढ़, 4 मार्च- हरियाणा के उप मुख्यमंत्री  दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ द्वारा किये गए सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर अम्बाला जिले के नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में पॉयलट प्रौजेक्ट के आधार पर गेहूं के स्थान पर फोर्टिफाइड आटा के वितरण की शुरूआत की गई थी और अब प्रदेश के पांच अन्य जिलों में भी फोर्टिफाइड आटे का वितरण करवाया जा रहा है।
        यह जानकारी आज यहां हरियाणा विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के दौरान प्रश्नकाल के समय विधायक  शैली चौधरी द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में दी।
        उप मुख्यमंत्री  दुष्यंत चौटाला, जिनके पास खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग का प्रभार भी है, ने सदन को अवगत करवाया कि पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के सर्वे के अनुसार प्रदेश की महिलाओं में खून की कमी पाई गई थी और उसके उपरांत फोर्टिफाइड आटा वितरित करने का निर्णय लिया गया था। उन्होंने बताया कि फोर्टिफाइड आटे में फोलिक एसिड और आयरन की पूरक पोषण के रूप में मिलाया जाता है। उन्होंने कहा कि इस आटे में किसी प्रकार की कोई मिलावट की शिकायत नहीं मिली है और भारतीय खाद्य सुरक्षा के मानदंडों के अनुरूप पूरी तरह से जांच उपरांत इसे डिपो में वितरण के लिए भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि अगर किसी सदस्य को प्रदेश के किसी विशेष डिपो की शिकायत है तो उसकी जांच करवाई जाएगी।
 
 
 
 

 

 
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