नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा में मृतकों की संख्या 17 हो गई है। उत्तर पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा को लेकर खुफिया एजेंसियों के हवाले से बड़ी खबर सामने आई है जिसमे दिल्ली हिंसा के पीछे ISI के हाथ होने का शक है। दिल्ली समेत कई शहरों में हिंसा भड़काने के पीछे यही संगठन है।
सूत्रों के मुताबिक, 'सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो अपलोड किए गए हैं। पाकिस्तान से कई फेसबुक और ट्विटर अकाउंट चल रहे हैं। पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से भारत में मुसलमानों को भड़काने की कोशिश जा रही है। भारत के पीएफआई जैसे कट्टरपंथी संगठन और वामपंथी उसे वीडियो को आगे बढ़ा रहे हैं।
वामपंथी मीडिया का भी सहारा लिया जा रहा है। दिल्ली में हिंसा करने वालों को बचाने का भी प्रयास किया जा रहा है। देश के चंद टीवी चैनलों के कार्यक्रम आप देख सकते हैं जिसमे पुलिस पर गोली चलाने वाले शाहरुख़ का नाम तक नहीं लिया जा रहा है। सारा आरोप भाजपा नेता कपिल मिश्रा पर मढ़ा जा रहा है जबकि उन्होंने सिर्फ इतना कहा था कि तीन दिन में सड़क न खाली हुई तो हम दिल्ली की सड़कों पर उतरेंगे। सोशल मीडिया पर शाहरुख़ को आतंकी बताया जा रहा है।
सारे वामपंथी और जेहादी एकजुट होकर कपिल मिश्रा पर ही वार कर रहे हैं। मिश्रा कई बार कह चुके हैं कि उन्हें धमकियाँ मिल रही हैं।मिलिये दिल्ली में आठ राउंड फायर करने वाले शांतिप्रिय मुस्लिम आतंकी शाहरुख़ से जो CAA का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहा था 👇👇 pic.twitter.com/aYAR5OMmUB— दिलीप पाटीदार (@dilippa37297702) February 25, 2020
दोस्तों,— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) February 25, 2020
देश से और विदेशों से लगातार फोन आ रहे हैं
मुझे जान से मारने का एलान किया जा रहा हैं
धमकियाँ दे रहे हैं
बंद सड़कों को खुलवाने को कहना कोई गुनाह नहीं
CAA का समर्थन कोई गुनाह नहीं
सच बोलना कोई गुनाह नहीं
I don't fear this massive hate campaign against me 🙏
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