चंडीगढ़, 15 जनवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कल शाम फरीदाबाद स्थित जीईपीआईएल- हरियाणा में ज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र का उदघाटन किया। इस मौके पर बड़खल की विधायिका सीमा त्रिखा, एनआईटी के विधायक नीरज शर्मा खास रूप से मौजूद थे।
एक सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह एकीकृत सामान्य खतरनाक अपशिष्ट प्रबंधन उपचार, भंडारण और निपटान सुविधा जिला फरीदाबाद के पाली में स्टोन क्रेशर जोन में स्थित है।
उन्होंने बताया कि इस परियोजना का उद्देश्य हरियाणा राज्य में उद्योगों को खतरनाक अपशिष्ट निपटान समाधान के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के लिए वैज्ञानिक और प्रभावी समाधान प्रदान करना है। इस सुविधा में सुरक्षित लैंडफिल सैल, सामान्य खतरनाक अपशिष्ट भस्मीकरण (इनसिनरेशन) संयंत्र, वैकल्पिक ईंधन संसाधन सुविधा, भंडारण शैड, प्रयोगशाला आदि शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इस परियोजना के लिए भूमि हरियाणा पर्यावरण विभाग द्वारा आवंटित की गई है। यह परियोजना 25 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 31 एकड़ भूमि में फैली हुई है। उन्होंने बताया कि नया ज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र 2.5 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनाया गया है। परियोजना को राज्य सरकार और हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से स्वीकृति दी गई है।
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