फरीदाबाद: लापरवाहों को उचित सजा न मिलने से देश में हर रोज कोई न कोई लापरवाह वाहन चालक किसी न किसी की जान ले रहा है। मुंबई और हरदोई घटना इसका उदाहरण है तो फरीदाबाद में भी कुछ लापरवाहों ने दो लोगों की जान ली लेकिन पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें इन्साफ नहीं मिल रहा है और अब वो मुख्य्मंत्री और प्रधानमंत्री से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कर रहे हैं। मानवाधिकार आयोग जाने की बात कर रहे हैं।
आपको बता दें कि लगभग डेढ़ महीने पहले दोस्तों संग मस्ती करने निकले एक व्यापरी के नाबालिग बेटे की तेज रफ्तार कार बाइपास रोड किनारे प्रेमनगर झुग्गी में कहर बरपाया था । कार ने घर के बाहर चारपाई पर बैठे नाना और नाती को कुचल डाला था , हादसे में दोनों की मौत हो गई थी
। कार में चालक सहित तीन किशोर थे। मृतकों की पहचान 50 वर्षीय रमेश और उसके चार वर्षीय नाती विहान था । एक जानकारी के मुताबिक रमेश स्वीपर का काम करता था । उनका घर बाइपास किनारे प्रेमनगर झुग्गियों में है। उसकी बेटी विजयरानी एनआइटी-1 ससुराल से कुछ दिन पहले ही मायके आई थी। रमेश रात को झुग्गी के बाहर चारपाई पर सोए थे। सुबह करीब 6 बजे नाती विहान जगा तो वह उसे गोद में लेकर चारपाई पर बैठे गए। इसी दौरान बल्लभगढ़ की तरफ से होंडा अमेज कार तेज रफ्तार में आई। चारपाई पर बैठे रमेश और उनके नाती को रौंदते हुए सामने ऑटो से टकराते हुए रुकी। कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि चंद सेकेंड में ही सबकुछ हो गया। आवाज सुनकर लोग घरों से बाहर निकले। रमेश और विहान लहुलुहान पड़े थे। लोगों ने कार से तीनों किशोरों को बाहर निकाल लिया।
सूचना मिलने पर ओल्ड फरीदाबाद थाना पुलिस मौके पर पहुंची। तीनों किशोरों को हिरासत में लेकर थाने पहुंचाया। वहीं रमेश व विहान को अस्पताल लेकर गए। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कार में बैठे तीनों लड़कों की उम्र 16 के आस-पास थे । वे दसवीं कक्षा के छात्र हैं। कार सेक्टर-7 निवासी एक टाइल्स कारोबारी की है। उसका दिल्ली में टाइल्स का शोरूम है। उसका बेटा कार चला रहा था। साथ बैठा एक किशोर सेक्टर-14, जबकि दूसरा सेक्टर-16 निवासी था । उनके पिता भी कारोबारी हैं। वे सेक्टर-28 में अपने चौथे दोस्त को लेने जा रहे थे। इस दौरान हादसा हुआ था । पीड़ित परिवार का कहना है कि गाड़ी चलाने वाला नशे में था और उसने हत्या की है।
पीड़ित परिवार ने आज मीडिया के सामने आया। मृतक की बेटी विजयरानी ने बताया कि उन्हें इन्साफ नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस उन्ही लोगों का साथ दे रही है। उन्होंने बताया कि कार चलाने वाला किशोर नशे में था लेकिन जानबूझकर उसका जल्द मेडिकल नहीं करवाया गया। इस घटना के बारे में युवा समाजसेवी जितेंद्र चंदेलिया ने बताया कि एक व्यक्ति जिसका नाम कमरू है। वो कुछ लेन देन की बात कर रहा था जिसकी फोन रिकार्डिंग मेरे पास है और समय आने पर मैं मीडिया को सारा सबूत दूंगा और अब मैं इन्हे लेकर मानवाधिकार आयोग जाऊंगा और इन्हे न्याय दिलाकर रहूंगा क्यू कि दो लोगों की जान ली गई है और जान लेने वालों को मैं ज्यादा दिन तक खुली हवा में साँस नहीं लेने दूंगा। उन्होंने कहा कि दोनों लोगों की हत्या की गई है और सुप्रीम कोर्ट तक भी जाना पड़ेगा तो मैं इन्हे लेकर जाऊंगा। इन्हे न्याय दिलाकर रहूंगा। देखें वीडियो
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