फरीदाबाद: हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक में कल गौवंश संरक्षण और गौसंवर्धन अधिनियम, 2015 को और अधिक सख्त एवं व्यावहारिक बनाने के लिए संशोधित किया गया। नए विधेयक को हरियाणा गौवंश संरक्षण और गौसंवर्धन (संशोधन) विधेयक, 2019 कहा जाएगा। इस विधेयक में अब सब इंस्पेक्टर भी गोमांस की जांच कर सकेंगे। सरकार के इस फैसले की जहाँ सराहना की जा रही है वहीं ये भी कहा जा रहा है कि सरकार को भी नियम क़ानून बनाती है उसके पालन नहीं किये जा रहे हैं तभी प्रदेश में गौ तस्करी पर लगाम नहीं लग पा रहा हर रोज कहीं न कहीं से गौ तस्करी की खबरें आती रहती हैं जबकि सरकार ने सत्ता संभालते ही सख्त नियम बनाये थे। बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एलएन पाराशर ने सरकार के इस फैसले की तारीफ़ की है लेकिन उन्होंने कहा कि सरकार न तो आवारा पशुओं से सड़को को मुक्त करवा पा रही है न ही पोलोथीन पर लगाम लगा पा रही है और सैकड़ों गाय हर रोज पोलोथीन खाने पर मजबूर हैं।
पाराशर ने कहा कि अक्टूबर 2017 में फरीदाबाद के तत्कालीन उपायुक्त ने शहर को आवारा पशु मुक्त घोषित किया था और उन्होंने कहा था कि अगर किसी पशुपालक का कोई पशु सड़क पर आवारा घूमते हुए पाया गया तो पहली दफा उनका 5100 रुपये का चालान काटा जाएगा, बावजूद इसके अगर वही पशु दूसरी दफा मिला तो 7500 और तीसरी दफा मिलने पर 11000 का जुर्माना वसूला जाएगा। इसके बाद भी संबंधित पशु पालक ने उस पशु ने नहीं संभाला और फिर आवारा छोड़ दिया तो फिर पशु को नहीं छोड़ा जाएगा। पाराशर ने कहा कि उपायुक्त ने कहा था कि नगर निगम अधिनियम 1994 की धारा 332 के तहत यह कार्रवाई की जाएगी लेकिन अब तक शायद ही एक भी पशुपालक पर कार्यवाही की गई हो जिस कारण फरीदाबाद की सड़कों पर अब भी हजारों आवारा पशु घूमते रहते हैं और इन पशुओं के कारण सड़कों पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
पाराशर ने कहा कि सड़क के किसी भी हिस्से में चले जाओ, हर जगह आवारा पशु हमेशा दिख जाएंगे। गाय पोलोथीन खाते हुए दिख जाएंगी। उन्होंने कहा कि शहर के अधिकारी अपने दफ्तर में बैठ बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन जमीनी हालात कुछ और हैं।
पाराशर ने फरीदाबाद की जनता को चेताते हुए कहा कि आप सड़क पर कूड़े से भरी अगर पोलोथीन फेंकते हैं तो संभव है आप गौ हत्या कर रहे हैं क्यू कि वही पोलोथीन खाकर गाय बीमार पड़ रहीं हैं और सैकड़ों गायों की जान भी पोलोथीन के कारण ही जा चुकी है। पाराशर ने कहा कि शहर के लोग ध्यान से सोंचेंगे तो पाएंगे कि जो सड़क पर पोलोथीन फेंक देते हैं तो अनजाने में गौहत्या कर रहे हैं इसलिए सड़क पर कूड़ा न फेंके।
पाराशर ने कहा कि सड़कों पर घूम रही गाय को गौशाला में भेजा जाए और सरकार शहर की गौशाला पर और ध्यान दे। उन्होंने कहा कि दफ्तर में बैठकर नियम क़ानून बना देने से कोई खास फायदा नहीं होने वाला है। जनता को भी जागरूक होना पड़ेगा। उन्होंने फरीदाबाद के उपायुक्त से अपील की कि शहर को जल्द से जल्द आवारा पशुओं से मुक्त करवाया जाए।
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