चंडीगढ़, 28 जून- हरियाणा की धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के प्रवेश द्वारों को भव्य-रूप दिया जाएगा जिस पर 7 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रवेश द्वार एकसे मनमोहक बनाए जाएंगे कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को गीता स्थली में पहुंचने का सुखद एवं आनंददायक एहसास होगा। प्रशासन और पॉवर ग्रिड के सांझे समझौते के तहत प्रवेश द्वारों के सौंदर्यकरण, भव्य लाईटिंग, पर्यटकों के लिए बैठने की व्यवस्था, लैंड स्केपिंग, सुंदर-सुंदर फूल पौधों से सजाया जाएगा। इसके अलावा शहर में विकास कार्यो को विशेष तवज्जों दी जाएगी। इस धर्मनगरी कुरुक्षेत्र का यह कार्य श्रीकृष्णा सर्किट के अलावा पॉवर ग्रिड कोरपरेशन लिमिटेड के सहयोग से किया जाएगा और इस योजना पर 7 करोड़ रुपए से ज्यादा का बजट खर्च किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि ब्रहमसरोवर 120 लाख की लागत से बहुउद्देशीय पर्यटन सूचना केन्द्र, 23 लाख रुपए की लागत से सरोवर पर आरसीसी रैलिंग, 45 लाख की लागत से वॉर फॉर मेशन अभिमन्यु घाट, 5 लाख की लागत से साईनेज बोर्ड, 125 लाख की लागत से पार्किंग, 6 लाख 54 हजार की लागत से बैंच, 2 लाख 20 हजार की लागत से एसएस डस्टबीन, 289 लाख की लागत से फकैड कार्य, 93 लाख की लागत से फ्लोरिंग वर्क, 110 लाख रुपए की लागत से महिला स्नानघर घाट, 215 लाख की लागत से ब्रहमसरोवर की परिक्रमा पर म्यूरल पेंटिंग और 95 लाख की लागत से परिक्रमा पथ का कार्य पूरा किया जा चुका है। इसके अलावा ब्रहमसरोवर पर 538 लाख रुपए की लागत से लगने वाली लाईटिंग के कार्य को आगामी 15 दिनों के अंदर पूरा करने के आदेश दिए, हालांकि यह कार्य 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है और शौचालयों का निर्माण कार्य भी 95 प्रतिशत पूरा हो चुका है, इस कार्य पर 529 लाख रुपए खर्च होंगे।
उन्होंने बताया कि नरकरतारी तीर्थ पर सभी प्रकार का कार्य पूरा हो चुका है और इस तीर्थ को विकसित करने के लिए 2 करोड़ 3 लाख 59 लाख रुपए की राशि खर्च की गई है। इसी तरह सन्निहित सरोवर को विकसित करने के लिए 14 प्रकार के कार्यो पर काम किया गया, इनमें से 9 तरह के कार्य पूरे हो चुके है और बाकी कार्यो को शीघ्र अति शीघ्र पूरा करने के आदेश दिए गए है। श्रीकृष्णा सर्किट के तहत सन्निहित सरोवर पर 5 करोड़ 45 लाख और 32 हजार रुपए की राशि खर्च की जानी है। उन्होंने बताया कि शहर में 35 लाख 65 हजार रुपए की लागत से बहुउदेशीय पर्यटन सूचना केन्द्र का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है और सार्वजनिक शौचालय बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है, हालांकि यह कार्य 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि ज्योतिसर तीर्थ पर महाभारत थीम के भवन, क्लॉक रुम और कैफेटेरिया तथा शौचालयों का काम भी लगभग पूरा होने वाला है और इस कार्य को शीघ्र पूरा करने के आदेश दिए गए है। इस ज्योतिसर तीर्थ पर 19 तरह के कार्य किए जाने है और इस तीर्थ को विकसित करने पर 32 करोड़ 33 लाख 88 हजार रुपए की राशि खर्च की जानी है।
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