फरीदाबाद: मानसून आने से पहले नगर निगम के अधिकारी बड़े बड़े दावे करते हैं लेकिन काम नहीं करते जिस कारण मानसून आने पर शहर के लोगों को जलभराव का सामना करना पड़ता है और जगह-जगह यातायात भी जाम हो जाता है। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एडवोकेट एलएन पाराशर का जिनका कहना है कि बाटा चौक से फरीदाबाद कोर्ट जाने वाली सड़क पर अब भी पानी भरा है जबकि यहाँ 20 घंटे पहले बारिश हुई थी।
वकील पाराशर ने कहा कि हल्की सी बारिश भी होती है तो इस सड़क पर इतना जलभराव हो जाता है कि इस सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है। वकील पाराशर ने कहा कि कई हजार लोग रोज फरीदाबाद की अदालत में पहुँचते हैं लेकिन बारिश के बाद जलभराव और जाम के कारण लोग समय से नहीं पहुँच पाते।
पाराशर ने कहा कि नगर निगम के अधिकारी सिर्फ अपने दफ्तर में बैठकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। पराशर ने कहा कि फरीदाबाद में शुक्रवार रात्रि लगभग आधे घंटे बारिश हुई थी और कई विधानसभा क्षेत्रों की सड़कों पर शनिवार को भी जलभराव देखा गया।
उन्होंने कहा कि जब आधे घंटे की बारिश से शहर का ये हाल है तो मानसून सीजन में तो शहर का बुरा हाल होगा। पाराशर ने कहा कि नगर निगम शहर ने नाले-नालियों पर ध्यान नहीं देता, नालों की सफाई नहीं होती और सीवर भी नहीं साफ़ किये जाते जिस कारण हल्की बारिश के बाद शहर में भारी जलभराव हो जाता है और शहर का रास्ता थम जाता है।
पाराशर ने कहा नगर निगम को चाहिए कि युद्ध स्तर और नालों की सफाई करे, सीवर साफ़ किये जाएँ ताकि बारिश के समय शहर के लोगों को जलभराव का सामना न करना पड़े।
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