उन्होंने अपील करते हुए कहा है कि नागरिक यमुना के पुलों व नदी के नजदीक जाकर स्टंट, रील, फोटो, सेल्फी आदि न लें, ऐसा करने से बचें, इससे जान-माल की हानि होने की संभावना बनी रहती है। इस प्रकार का व्यवहार जीवन को खतरे में डाल सकता है।
उन्होंने कहा कि चाहे कोई व्यक्ति तैराक ही क्यों न हो, फिर भी ऐसे स्थानों पर जाना सुरक्षित नहीं है, क्योंकि नदी के जल में पत्थर, पेड़, कीचड़, कीड़े-मकोड़े और बहाव के कारण आने वाली अज्ञात बाधाएँ मौजूद होती हैं। इसलिए नागरिक अपने बहुमूल्य जीवन की सुरक्षा करें।
उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि आमजन की सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे में सभी लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए तथा यमुना नदी या इसके नजदीकी क्षेत्रों में न जाएं। बच्चों को भी जल प्रवाह वाले स्थानों पर न जाने दें। उपायुक्त ने अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि वे संबंधित क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखें और लोगों को सचेत करें।
उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से फ्लड कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर पलवल-01275-298160 और होडल - 01275- 253836 जारी कर रखे हैं। किसी नागरिक को यदि कोई भी समस्या आती है तो वह इन नंबरों पर फोन कर सकता है। प्रशासन की ओर से तुरंत प्रभाव से समस्या का निवारण करवाया जाएगा।
Post A Comment:
0 comments: