उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि अब तक बाढ़ से 270 घर आंशिक रूप से जलमग्न हुए हैं तथा विस्थापित पशुओं को भी सुरक्षित स्थान पर रखा गया है । जिला प्रशासन की टीमों ने प्रभावित क्षेत्रों से 705 लोगों को सुरक्षित निकालकर 12 सक्रिय राहत शिविरों में ठहराया है, जहां सभी लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं।
जिला प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि प्रभावित क्षेत्रों में निरंतर निगरानी रखी जा रही है। अधिकारी लगातार प्रभावित गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं और मौके पर ही राहत व बचाव कार्यों की दिशा निर्देश दे रहे हैं। साथ ही जिला प्रशासन ने अपील की है कि लोग किसी भी समस्या या आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर 0129-2227937 तथा 0129-2226262 पर तुरंत संपर्क करें।
कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय है और हर कॉल पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की विशेष टीम को फरीदाबाद में तैनात किया गया है। जलभराव वाले इलाकों में रेस्क्यू कार्य को गति देने के लिए नावों को लगाया गया है, जो लगातार बचाव कार्यों में लगी हुई हैं।
ग्राम दुलेपुर के परिवारों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट करवाया
जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित ग्राम दुलेपुर के दर्जनों परिवारों को सुरक्षित स्थलों पर शिफ्ट किया है। उपायुक्त विक्रम सिंह के निर्देश पर प्रशासनिक टीमों ने नावों व वाहनों की मदद से बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों सहित सभी को अस्थायी शेल्टर होम्स में पहुंचाया। प्रशासन ने भोजन, पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की है। राहत कार्यों में स्थानीय प्रतिनिधियों व सामाजिक संस्थाओं ने भी सहयोग दिया।
बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए नगर निगम फरीदाबाद (एमसीएफ) की ओर से राहत सेवाओं का संचालन लगातार किया जा रहा है। भूपानी क्षेत्र में निगम की ओर से बड़ी संख्या में प्रभावित लोगों के लिए भोजन वितरण की व्यवस्था की गई है।
सुबह और शाम दोनों समय गर्म भोजन, पीने का स्वच्छ पानी और आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है। निगम अधिकारियों ने बताया कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे, इसके लिए विशेष टीम गठित की गई है, जो शेल्टर होम्स और राहत शिविरों में समय पर भोजन पहुंचा रही है।
जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों के साथ स्वास्थ्य सेवाएं भी सुनिश्चित की हैं। भूपानी के सरकारी स्कूल में विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामीणों की जांच और दवाइयों का वितरण किया गया। वहीं, बसंतपुर और अरुआ गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार ड्यूटी पर रहकर घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रही हैं, ताकि किसी भी बीमारी का प्रसार न हो।
मोहना से बागपुर पुल पर आवाजाही बंद, प्रशासन ने सुरक्षा और मदद के लिए किए विशेष इंतजाम
जिला प्रशासन ने जानकारी दी है कि बाढ़ के पानी के कारण मोहना से बागपुर पुल पर आमजन की आवाजाही फिलहाल रोक दी गयी है। प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए यह निर्णय लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया है।
पुलिस बल को बेरिकेड्स लगाकर यातायात को पूरी तरह नियंत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति अनजाने में जोखिमपूर्ण क्षेत्र में न प्रवेश कर सके। मौके पर तैनात राहत दल और पुलिसकर्मी लगातार निगरानी रख रहे हैं तथा जरूरत पड़ने पर प्रभावित लोगों को वैकल्पिक मार्गों से सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है।
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