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लॉयर्स सोशल जस्टिस फोरम व जिला बार एसोसिएशन के द्वारा तीसरी बैंड सेरेमनी और सेमिनार का आयोजन

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फरीदाबाद, 23 अगस्त। लॉयर्स सोशल जस्टिस फोरम व जिला बार एसोसिएशन फरीदाबाद के द्वारा आयोजित तीसरी बैंड सेरेमनी और सेमिनार का आयोजन लॉयर्स सोशल जस्टिस फोरम के अध्यक्ष राजेश खटाना एडवोकेट के द्वारा होटल मेगपाई में किया गया। कार्यक्रम स्वागत स्पीच और विशेष सहयोग विकास वर्मा पूर्व सहायक एडवोकेट जनरल एवं सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड ने किया व अध्यक्षता जिला बार एसोसिएशन के प्रधान राजेश बैंसला ने की। 

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जस्टिस इंदिरा बैनर्जी पूर्व न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट और विशेष अतिथि जस्टिस आर के वर्मा पूर्व न्यायाधीश मध्य प्रदेश हाईकोर्ट व विशेष अतिथि सना तारिकवाईस चेयरमैन मेट्रो हॉस्पिटल, विशिष्ट अतिथि पूर्व शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा, आर पी वर्मा वरिष्ठ अधिवक्ता, प्रवीन शर्मा, अशोक प्रधान, आदित्य राजपूत और अशोक सैनी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रो.एम पी सिंह ने किया।

इस अवसर पर जस्टिस इंदिरा बनर्जी ने युवा वकीलों को अपनी शुभकामनाएं दी और कहा कि वकील न्यायपालिका की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि वे न्याय के संरक्षक के रूप में कार्य करते हैं और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करते हैं। 

वे न्यायिक समीक्षा के माध्यम से सरकार के विधायी और कार्यकारी कार्यों को चुनौती देते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि कोई भी कानून या कार्रवाई संविधान का उल्लंघन न करें। इसके अलावा वे सुनवाई का अधिकार सुनिश्चित करके और मौलिक अधिकारों की रक्षा करके न्याय प्रणाली में निष्पक्षता बनाए रखने में सहायता करते हैं।

न्यायमूर्ति आर. के. वर्मा ने कहा कि न्यायिक स्वतंत्रता में वकीलों की भूमिका संवैधानिक मूल्यों का संरक्षण वकील संविधान के अभिभावक के रूप में काम करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि सरकार की अन्य शाखाएं संविधान के दायरे में काम करें और संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखें।

सीनियर एडवोकेट आर.पी. वर्मा ने कहा कि वकील न्यायिक समीक्षा की शक्ति का प्रयोग करते हैंए जिससे उन्हें विधायी और कार्यकारी कार्यों को चुनौती देने और असंवैधानिक घोषित करने की अनुमति मिलती है, जो न्यायपालिका की स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।

पूर्व शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा कि न्यायपालिका की निष्पक्षता को बढ़ावा देना न्यायपालिका की निष्पक्षता में वकीलों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। वे संविधान के सिद्धांतों को लागू करके और उचित प्रक्रियाओं का पालन करके एक वातावरण सुनिश्चित करते हैं।

न्यायिक सक्रियता का समर्थन

वकील विशेष रूप से जनहित याचिकाओं के माध्यम से, न्यायपालिका को नागरिकों के अधिकारों की सक्रिय रूप से रक्षा करने और समकालीन सामाजिक आवश्यकताओं को पूरा करने वाले तरीकों से कानूनों की व्याख्या करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

लोकतंत्र की रक्षा

एक स्वतंत्र न्यायपालिका लोकतंत्र का एक अनिवार्य हिस्सा है। सना खान ने कहा कि वकील यह सुनिश्चित करने में मदद करते हैं कि न्यायपालिका सरकार की अन्य शाखाओं के दबाव से मुक्त होकर कानून के शासन को कायम रखें। 

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