बाबैन, 5 जनवरी राकेश शर्मा - देश के बैंकों में ऑनलाईन Banking व्यवस्था शुरु होने से आए दिन कोई न कोई व्यक्ति ऑनलाईन ठगों के हत्थें चढक़र अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई ठगों के हाथों गवां रहा है। लेकिन ऑनलाईन ठगों के आगे देश का Banking, प्रशासनिक, पुलिस एंव खुफिया तंत्र बेबस ही नजर आता दिखाई दे रहा है। बैंकों में ऑनलाईन ठगी का यह गौरख धंधा दिन-प्रतिदिन बढता ही जा रहा है और लोग अपने पैसे लुटवाकर हाथ मलते ही रह जाते है। ताजा मामला बाबैन थाना का है जिसमें अज्ञात ऑनलाईन ठगों ने बाबैन की निरंकारी कालोनी मे रहने वाले रिटायर्ड प्राध्यापक एवं अध्यापक नेता रहे सुरजीत सिंह सैनी के साथ घटित हुआ है। ऑनलाईन ठगों ने उसके मोबाइल नम्बर पर 31 दिसंबर को फोन किया लेकिन सुरजीत सिंह ने फोन नहीं उठाया। अगले दिन सुरजीत ङ्क्षसह सैनी ने उस फोन पर यह सोच कर की शायद अपने ही किसी जानकार का फोन होगा पर फोन कर दिया। फोन पर शातिर ठग ने सुरजीत ङ्क्षसह से कहाकि आपके एसबीआई कुरुक्षेत्र के खाता की केवाईसी ना होने के कारण आप का खाता बंद कर दिया है और यदि यह खाता चलाना है तो आप इसकी जानकारी दे। बातो बातो में शातिर ठग ने केवाईसी करने के नाम पर सुरजीत ङ्क्षसह से बैंक खाता से संबंधित सारी जानकारी हासिल कर ली। जानकारी देने के बाद सुरजीत सिंह सैनी को आभास हुआ कि उसने बैंक खाते की जानकारी देकर गलती कर दी है और वह एसबीआई की बाबैन शाखा में गया और अपने खाते को होल्ड़ करवा दिया। सुरजीत ङ्क्षसह सैनी के एसबीआई में दो खाते थे जिनमें एक सेङ्क्षवग खाता बाबैन शाखा में भी था। शातिर बदमाशों ने बिना बाबैन खाते की जानकारी लिए ही उसकी भी किसी तरह जानकारी हासिल कर ली और ऑन लाईन ठगों उनके सेङ्क्षवग खाते से नैटबैकिंग के जरीये 7 लाख रुपये निकाल लिए। ठगों ने उसके खाते का फर्जी नया एटीएम बनाकर फर्जी एटीएम के जरिए 37 हजार रुपये और निकल लिए। सुरजीत सिंह सैनी ने इस सम्बंध में थाना बाबैन के अलावा एसबीआई, आरबीआई और साईबर सैल में शिकायत देकर गुहार लगाई है कि उसके पैसों की रिकवरी करवाई जाए।
क्या कहते है बैंक प्रबंधक
इस बारे में जब एसबीआई बाबैन के प्रबंधक नवदीप दुहन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जैसे ही उनके पास खाता धारक सुरजीत सिंह सैनी ने शिकायत की तो उन्होंने उनके खातों का लेन-देन बंद कर दिया है और विभागीय कार्रवाही शुरु कर दी है। उन्होंने कहाकि जल्दी ही ऑनलाईन ठगों का पता लगाकर पैसों की रिकवरी का प्रयास किया जाएगा।
हमीदपुर निवासी जितेन्द्र भी हो चुका ठगी का शिकार
वहीं हमीदपुर निवासी जितेन्द्र कुमार भी ऑन लाईन ठगी का शिकार हो चुका है। ऑन लाईन ठगों ने उसके आईसीआईसीआई बैंक खाते से उसके द्वारा क्रेडिड कार्ड की स्टटेमैन्ट पूछने पर ही उसके खाते से 71 हजार 2 सौ 61 रूपये की ठगी कर ली है।
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