फरीदाबाद, 12 अक्तूबर : शारदीय नवरात्रों के शुभ अवसर पर ओल्ड फरीदाबाद स्थित हनुमान मंदिर से दंडोत परिक्रमा का शुभारंभ धूमधाम से किया गया। परिक्रमा का आयोजन हनुमान सेवा दल द्वारा किया गया। ओल्ड फरीदाबाद हनुमान मंदिर से दंडोत परिक्रमा का शुभारंभ किया गया। यात्रा के दौरान सिर पर मुकुट रखकर पूरे ओल्ड फरीदाबाद शहर की परिक्रमा निकाली गई। यह यात्रा हनुमान मंदिर तालाब रोड से शुरू होकर बाजार से निकलती हुई वापिस हनुमान मंदिर आकर पूरी हुई। यात्रा के दौरान आयोजकों ने मुख्य अतिथि पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली, विशिष्ट अतिथि गौरव चौधरी, विनोद भाटी, नरशे वैष्णव, पवन सैनी, महंत पवन शर्मा, गौरव पाराशर, हन्नी खन्ना, उमेश सैनी, मोनू, रोहित आदि का मुकुट एवं शॉल पहनाकर स्वागत किया। पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली ने जानकारी देते हुए बताया कि ओल्ड फरीदाबाद में तालाब रोड से इस यात्रा का शुभारंभ इसलिए किया जाता है, ताकि शहर में दु:ख-तकलीफ प्रवेश न करें। यह यात्रा प्रत्येक नवरात्रों में सप्तमनी के दिन निकाली जाती है दशहरा वाले दिन रावण दहन एवं उसके बाद भरत मिलाप के बाद इसका समापन किया जाता है।
यात्रा के दौरान सिर पर कलश रखकर पूरे शहर में घूमा जाता है। इससे पूर्व श्री बबली एवं गौरव चौधरी ने विधिवत रूप से दीप प्रज्जवलित कर यात्रा का शुभारंभ किया। इस मौके पर युवा नेता गौरव चौधरी ने कहा कि दंडोत परिक्रमा का इतिहास बहुत पुराना है और पिछले 71 वर्षों से यहां पर दंडोत परिक्रमा का आयोजन किया जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि इस यात्रा के आयोजन से ओल्ड फरीदाबाद में बुरी आत्माओं, बीमारियों एवं व्याधियोंं का साया नहीं पड़ता। यह यहां की पुरानी संस्कूतिक है, जो लोगों को जोडऩे का काम करती है। दंडोत परिक्रमा में लोगों के आपसी भाईचारे एवं श्रद्धा भाव देखने को मिलता है।
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